Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रसव के बाद शरीर में थकान, कमजोरी और कई बार स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होने लगती हैं। इस समय उचित पोषण न केवल माँ के लिए, बल्कि शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी बेहद ज़रूरी है। अगर महिलाएं प्रसव के बाद उचित आहार योजना का पालन करें, तो वे जल्दी ठीक हो सकती हैं और लंबे समय तक किसी भी समस्या का सामना नहीं करती हैं।
डॉ. सुप्रिया पुराणिक का कहना है कि प्रसव के बाद आहार में छोटे-छोटे बदलाव करके बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है।
आहार योजना में क्या शामिल होना चाहिए?
प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें - दूध, बीन्स, अंडे और दही।
हरी सब्जियां और फल - इनमें मौजूद आयरन और फाइबर कब्ज की समस्या से राहत दिलाते हैं और शरीर को ताकत देते हैं।
सूखे मेवे - बादाम, अखरोट और खजूर ऊर्जा बढ़ाने वाले के रूप में कार्य करते हैं।
जलयोजन पर ध्यान दें - खूब सारा पानी और स्वस्थ तरल पदार्थ (नारियल पानी, हर्बल चाय) पीएं।
स्तनपान और आहार
प्रसव के बाद माँ को शिशु को स्तनपान कराना होता है। इसके लिए शरीर को अतिरिक्त कैलोरी और पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इसलिए, आहार में साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ और डेयरी उत्पाद शामिल करना बेहद ज़रूरी है। यह माँ और शिशु दोनों के लिए फायदेमंद है।
किन चीजों से बचना चाहिए?
अत्यधिक मसालेदार और तैलीय भोजन
कैफीन और ठंडे पेय
जंक फूड और पैकेज्ड फूड
ये चीजें न केवल रिकवरी को धीमा करती हैं, बल्कि बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती हैं।




