
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा में संघर्ष विराम की कोशिशों के बीच अमेरिका पहुंचे। यहां उन्होंने व्हाइट हाउस में डिनर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस दौरान नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने की बात कही। पीएम नेतन्याहू ने कहा कि मैं आपको नोबेल पुरस्कार समिति को भेजा गया एक पत्र भेंट करना चाहूंगा। इसमें आपको शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है, जिसके आप हकदार हैं और आपको यह मिलना चाहिए।
#WATCH | Israeli Prime Minister Benjamin Netanyahu nominates US President Donald Trump for the Nobel Peace Prize
— ANI (@ANI) July 7, 2025
PM Netanyahu says, "I want to present to you, Mr President, the letter I sent to the Nobel Prize Committee. It's nominating you for the Peace Prize, which is well… pic.twitter.com/D9QdLfw1fQ
बैठक के दौरान इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बताया कि उन्होंने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया है। उन्होंने व्हाइट हाउस में एक बैठक के दौरान ट्रंप को नामांकन पत्र सौंपा। बैठक की शुरुआत में पत्रकारों से बात करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल, अमेरिका के साथ मिलकर ऐसे देशों की तलाश कर रहा है जो फिलिस्तीनियों के लिए बेहतर भविष्य प्रदान कर सकें।
भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोका गया
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमने कई युद्ध रोके हैं, जिनमें सबसे बड़ा भारत और पाकिस्तान के बीच था। हमने व्यापार के मुद्दे पर इसे रोका है। हम भारत और पाकिस्तान के साथ काम कर रहे हैं। हमने कहा कि अगर आप लड़ने जा रहे हैं, तो हम आपके साथ बिल्कुल भी काम नहीं करेंगे। वे शायद परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की स्थिति में थे। इसे रोकना वाकई बहुत जरूरी था।
व्यापार सौदों पर राष्ट्रपति ने कहा कि हम भारत के साथ सौदा करने के करीब हैं। हमने यूनाइटेड किंगडम और चीन के साथ समझौते किए हैं। हमने दूसरे देशों से मुलाकात की है, और हमें नहीं लगता कि हम सौदा कर सकते हैं, इसलिए हम उन्हें एक पत्र भेज रहे हैं। जिसमें उन्हें बताया जा रहा है कि उन्हें कितना टैरिफ देना होगा। कुछ देश कुछ समायोजन कर सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनके पास कोई कारण है या नहीं। हम इस बारे में अनुचित व्यवहार नहीं करने जा रहे हैं।
मीडिया से बात करते हुए नेतन्याहू ने कहा कि गाजा को जेल नहीं, बल्कि खुली जगह होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर लोग रहना चाहते हैं तो रह सकते हैं, लेकिन जो लोग जाना चाहते हैं, उन्हें विकल्प दिया जाना चाहिए। इसके लिए अमेरिका और इजरायल मिलकर ऐसे देशों की तलाश कर रहे हैं जो फिलिस्तीनियों को बेहतर भविष्य देना चाहते हैं। फरवरी की शुरुआत में ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका गाजा पर नियंत्रण कर लेगा और वहां के लोगों को दूसरे देशों में भेज दिया जाएगा।