
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अब राज्य के लोगों को पुराने वाहन स्क्रैप करवाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। सरकार ने एक बड़ी योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत राज्य के हर जिले में वाहन स्क्रैप कलेक्शन सेंटर खोले जाएंगे। शुरुआती चरण में करीब 20 नए कलेक्शन सेंटर शुरू करने की योजना है।
यदि इन सेंटरों को अच्छा रिस्पॉन्स मिला, तो उनकी संख्या आगे और बढ़ाई जाएगी। फिलहाल मोहाली, पटियाला और मानसा में स्क्रैप सेंटर पहले से ही काम कर रहे हैं। इनकी मदद से आठ जिलों – मोहाली, पटियाला, मानसा, फतेहगढ़ साहिब, संगरूर, बरनाला, बठिंडा और मुक्तसर साहिब – के लोगों को पुराने वाहन स्क्रैप कराने की सुविधा मिल रही है।
अब इस सुविधा को अन्य जिलों तक भी पहुंचाया जाएगा। सरकार का लक्ष्य है कि फेस्टिवल सीजन शुरू होने से पहले सभी 20 नए सेंटर शुरू कर दिए जाएं। इन कलेक्शन सेंटरों से पुराने और अनुपयोगी वाहनों को सीधे स्क्रैपिंग सेंटर तक भेजा जाएगा, जिससे प्रक्रिया आसान और तेज़ होगी।
मोरिंडा और लुधियाना में पहले से स्क्रैपिंग सेंटर चालू हैं, लेकिन लगातार बढ़ते दबाव के कारण वहां वेटिंग बढ़ रही है। नए सेंटर खुलने से यह बोझ कम होगा।
राज्य में वाहनों की संख्या पिछले कुछ वर्षों में काफी बढ़ गई है। अब तक 1.39 करोड़ से ज्यादा वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं, जिनमें से बड़ी संख्या में वाहन 12 से 15 साल पुराने हैं। ऐसे वाहनों को स्क्रैप करवाना जरूरी हो गया है, ताकि सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव और प्रदूषण दोनों कम हो सके।
इसके अलावा सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को भी बढ़ावा दे रही है। पुराने वाहन स्क्रैप करवाने के बाद यदि कोई व्यक्ति नया इलेक्ट्रिक वाहन खरीदता है, तो उसे रजिस्ट्रेशन फीस और मोटर व्हीकल टैक्स में छूट दी जा रही है।
साल दर साल नए वाहनों का पंजीकरण बढ़ रहा है। 2023 में 6.40 लाख नए वाहन रजिस्टर्ड हुए थे, वहीं 2024 में यह आंकड़ा 7.06 लाख तक पहुंच गया। ऐसे में स्क्रैप सेंटरों की संख्या बढ़ाना वक्त की ज़रूरत बन गया है।