Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में आयोजित रामनाथ गोयनका व्याख्यानमाला के दौरान एक दिलचस्प राजनीतिक नजारा देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस और थॉमस मैकाले की विचारधारा पर 'गुलाम मानसिकता' के लिए जमकर हमला बोला था। हालांकि, हैरान करने वाली बात यह रही कि श्रोताओं में बैठे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पीएम मोदी के इस संबोधन की तारीफ की है। थरूर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि यह सराहनीय है कि पीएम मोदी ने भारत को सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक 'मॉडल' बताया है।
शशि थरूर ने प्रधानमंत्री की तारीफ क्यों की?
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर अपने अनुभव बताए। थरूर ने लिखा, "प्रधानमंत्री मोदी पर आमतौर पर हमेशा 'चुनावी मूड' में रहने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन आज वह लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वाकई 'भावनात्मक मूड' में दिखे।" थरूर के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि भारत अब सिर्फ़ एक उभरता हुआ बाज़ार नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक उभरता हुआ मॉडल है।
10-वर्षीय राष्ट्रीय एजेंडा और मैकाले
प्रधानमंत्री के भाषण के प्रमुख अंशों का हवाला देते हुए, शशि थरूर ने कहा कि भाषण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थॉमस मैकाले की 200 साल पुरानी गुलामी की विरासत को उलटने पर केंद्रित था। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की गौरवशाली विरासत, भाषाओं और शिक्षा प्रणाली पर गौरव बहाल करने के लिए अगले 10 वर्षों में एक 'राष्ट्रीय मिशन' चलाने का आह्वान किया है। थरूर ने कहा कि यह भाषण आर्थिक दृष्टि और सांस्कृतिक जागरूकता, दोनों का एक संयोजन था, जिसमें राष्ट्र से प्रगति के लिए निरंतर प्रयास करने की अपील की गई।
थरूर की टिप्पणियाँ और अनुभव
प्रधानमंत्री की तारीफ़ के साथ-साथ थरूर ने एक और बात भी कही। उन्होंने लिखा, "काश प्रधानमंत्री यह भी स्वीकार करते कि रामनाथ गोयनका ने भारतीय राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए अंग्रेज़ी भाषा का इस्तेमाल कैसे किया।" उन्होंने अंत में कहा कि दिल्ली की कड़ाके की ठंड के बावजूद, उन्हें दर्शकों के बीच बैठकर प्रधानमंत्री को सुनने में बहुत मज़ा आया।
प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर हमला
गौरतलब है कि अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर थॉमस बैबिंगटन मैकाले की विचारधारा को पोषित करने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, "मैकाले भारत की मूल शिक्षा व्यवस्था को नष्ट करने के इरादे से आया था और इसमें सफल भी हुआ। उसने उस दौर में ब्रिटिश भाषा और विचारधारा को स्थापित किया, जिसका दुष्परिणाम भारत को सदियों तक भुगतना पड़ा।"




