Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पटना जिले के नौबतपुर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। यहां बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस-1, जिसे गोरखा वाहिनी के नाम से जाना जाता है, की स्थायी स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही अतिरिक्त प्रशिक्षण केंद्र भी विकसित होगा। गृह विभाग ने इस पूरी योजना को औपचारिक मंजूरी दे दी है।
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने जानकारी दी कि नौबतपुर अंचल के मौजा चर्रा में करीब 30 एकड़ जमीन के अधिग्रहण को स्वीकृति मिल चुकी है। इस परियोजना पर लगभग 40 करोड़ 54 लाख रुपये से अधिक खर्च होने का अनुमान है। यह जमीन नौबतपुर मुख्यालय से करीब 6.5 किलोमीटर दूर है और बिहटा–सरमेरा मार्ग से सटी हुई है, जिससे आवागमन और प्रशासनिक संचालन दोनों ही आसान होंगे।
उनके अनुसार, स्थान का चयन रणनीतिक और प्रशासनिक दोनों दृष्टि से उपयुक्त माना गया है। गोरखा वाहिनी राज्य की एक महत्वपूर्ण पुलिस इकाई है, जो संवेदनशील इलाकों में अपराध नियंत्रण, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा और संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों की सुरक्षा जैसे दायित्व निभाती है। वर्ष 2002 में गठित यह बल अब तक अस्थायी संसाधनों के सहारे काम कर रहा था, लेकिन अब उसे एक स्थायी पहचान और ठिकाना मिलने जा रहा है।
नई जमीन पर वाहिनी के लिए स्थायी भवन, आवासीय परिसर, परेड ग्राउंड और आवश्यक प्रशासनिक ढांचे का निर्माण किया जाएगा। इससे न सिर्फ कार्यक्षमता बेहतर होगी, बल्कि जवानों का मनोबल भी बढ़ेगा।
गौरतलब है कि गृह विभाग ने हाल ही में फुलवारीशरीफ में यातायात प्रशिक्षण अकादमी और पटना यातायात पुलिस केंद्र की स्थापना को भी मंजूरी दी है। इन फैसलों से साफ है कि राज्य सरकार पुलिस प्रशिक्षण और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर लगातार काम कर रही है।




