
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रदेश में इस बार दिवाली का दिन तय करना लोगों के लिए थोड़ी चुनौती बन गया है। वैदिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या 20 अक्टूबर को दोपहर 3:45 बजे शुरू होगी और 21 अक्टूबर को शाम 5:55 बजे खत्म होगी। ऐसे में लोग यह जानने में उलझन में हैं कि आखिर इस साल दिवाली कब मनाई जाएगी। कुछ जिलों में 20 अक्टूबर को और कुछ में 21 अक्टूबर को दिवाली मनाई जा रही है।
श्री दुर्ग्याणा तीर्थ के अध्यक्ष प्रो. लक्ष्मीकांता चावला का कहना है कि सरकार को साफ-साफ यह बताना चाहिए कि दिवाली कब है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने 20 अक्टूबर को अवकाश घोषित कर दिया है, जबकि पंचांग के अनुसार दिवाली 21 अक्टूबर को है। प्रो. चावला ने मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार रवि भगत से इस मामले में बात की और मुख्यमंत्री भगवंत मान से अनुरोध किया कि वे पंजाबवासियों के लिए स्पष्ट घोषणा करें।
जालंधर में श्री हरि दर्शन मंदिर, अशोक नगर के प्रमुख पुजारी पंडित प्रमोद शास्त्री के अनुसार, इस बार दिवाली 21 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। इसी तरह, मालेरकोटला और संगरूर जिले के पुरोहितों और आचार्यों ने भी दिवाली 21 को ही मनाने की बात कही है। गुरदासपुर के अच्चलेश्वर धाम मंदिर और बटाला के राम तलाई मंदिर के प्रबंधकों ने भी यही सुझाव दिया है।
फिरोजपुर जिले में पंजाबी पंचांग और सर्व मंदिर केंद्रीय सभा की सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि दिवाली 21 अक्टूबर को मनाई जाएगी। लुधियाना जैसे बड़े जिले में भी पंजाब ब्राह्मण वेलफेयर बोर्ड ने पंचांग के अनुसार 21 अक्टूबर को ही दिवाली मनाने का निर्णय लिया है। वहीं, रूपनगर, मुक्तसर, फिरोजपुर और बठिंडा जिलों में 20 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी।
इस स्थिति में, अगर आप पूरे प्रदेश में दिवाली की तारीख के बारे में सुनिश्चित होना चाहते हैं, तो अपने नजदीकी मंदिर या पंचांग का हवाला लेना सबसे सुरक्षित तरीका है।