Prabhat Vaibhav,Digital Desk : हाल ही में फिरोजपुर से दिल्ली के लिए शुरू की गई सुपरफास्ट वंदे भारत ट्रेन मंगलवार को बठिंडा से निर्धारित समय से पूरे 38 मिनट देरी से रवाना हुई। इसकी वजह गोनियाना मंडी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों द्वारा किया गया विरोध था।
दरअसल, वंदे भारत के आने से पहले स्टेशन पर खड़ी पैसेंजर ट्रेन के यात्रियों ने रेलवे ट्रैक पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पैसेंजर ट्रेन से रोज़ाना नौकरीपेशा और सरकारी कर्मचारी सफर करते हैं, लेकिन वंदे भारत को प्राथमिकता देने के कारण उनकी ट्रेन को बार-बार रोका जाता है। इससे यात्री रोज़ देर से अपने कार्यालय पहुंच रहे हैं।
वंदे भारत ट्रेन प्रतिदिन सुबह लगभग 8:55 बजे गोनियाना मंडी स्टेशन को पार करती है। उससे पहले फिरोजपुर से बठिंडा जाने वाली पैसेंजर ट्रेन स्टेशन पर पहुंच जाती है, लेकिन हाई-स्पीड वंदे भारत के गुजरने तक उसे रोक दिया जाता है। यही वजह है कि पैसेंजर ट्रेन में सफर करने वाले लोग कई दिनों से परेशान थे।
मंगलवार को जब पैसेंजर ट्रेन को दोबारा रोका गया तो यात्री भड़क उठे और विरोध शुरू कर दिया। मजबूरी में रेलवे को वंदे भारत को पीछे रोकना पड़ा। वंदे भारत का बठिंडा स्टेशन पर पहुंचने का समय 9:10 और रवाना होने का समय 9:15 है, लेकिन विरोध के कारण यह ट्रेन 9:45 पर पहुंची और 9:53 पर रवाना हो पाई।
यात्रियों का कहना है कि पैसेंजर ट्रेन को कभी बीच रास्ते में, तो कभी स्टेशन पर रोक दिया जाता है, जिससे दैनिक कामकाज और ऑफिस टाइम पर असर पड़ रहा है। कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई समाधान न मिलने से यात्री नाराज थे और वे पहले ही चेतावनी दे चुके थे कि वे वंदे भारत को रोक देंगे।
स्थिति बिगड़ते देख रेलवे ने वंदे भारत को अस्थायी रूप से रोककर पहले पैसेंजर ट्रेन को बठिंडा की ओर रवाना किया। इसके बाद वंदे भारत को आगे बढ़ने की अनुमति मिली। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यह मामला उच्च स्तर पर भेज दिया गया है और जल्द ही इसका स्थायी समाधान खोजा जाएगा।
डीएसपी भुच्चो प्रितपाल सिंह के अनुसार, विरोध करने वालों की वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है और जिन लोगों ने कानून हाथ में लिया है, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।




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