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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रयागराज के करेली क्षेत्र में रविवार रात को पुलिस द्वारा चलाए गए एक सर्च ऑपरेशन के दौरान हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आई है। पुलिस को शक था कि कुछ बांग्लादेशी नागरिक यहां झुग्गी-झोपड़ियों में छिपे हुए हैं, लेकिन जांच के दौरान पता चला कि ये लोग वास्तव में झारखंड के रहने वाले हैं। फिर भी इन्होंने प्रयागराज के पते पर वोटर आईडी और आधार कार्ड भी बनवा रखे हैं।

करेली के जीटीबी नगर और अबूबकर मस्जिद के आसपास कई खाली प्लॉटों पर बड़ी संख्या में लोग झुग्गियां बनाकर रह रहे हैं। इनमें से अधिकतर कबाड़ बीनने, खिलौने बेचने या छोटे-मोटे काम करके जीवन यापन करते हैं। इन झुग्गियों में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और बच्चे भी रहते हैं।

रविवार देर रात पुलिस को इनपुट मिला कि कुछ संदिग्ध लोग इस इलाके में छिपे हुए हैं। इस पर करेली थाने के प्रभारी निरीक्षक राजेश मौर्या ने पुलिस बल के साथ छापा मारा। भारी संख्या में पुलिस देख वहां खलबली मच गई। एक-एक झुग्गी में जाकर लोगों से उनके दस्तावेज मांगे गए।

जब कुछ लोगों की भाषा, लहजे और पहनावे को लेकर संदेह हुआ, तो पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। तब यह सामने आया कि वे झारखंड के साहेबगंज समेत अन्य क्षेत्रों से आए हैं। लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से इन लोगों ने प्रयागराज के पते पर पहचान पत्र बनवा लिए थे।

इस कार्रवाई के बाद डर के चलते करीब 500 से ज्यादा लोग अपने परिवारों के साथ झुग्गियां छोड़कर रातोंरात भाग निकले। सोमवार सुबह तक पता चला कि वे अपने मूल निवास की ओर लौट चुके हैं। अब बस्ती में जो लोग बचे हैं, उनमें भी घबराहट का माहौल है।

एडीसीपी सिटी अभिजीत कुमार ने बताया कि इन झुग्गियों में रहने वाले सभी लोगों का सत्यापन कराया जा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनकी जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।