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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : विदेश मंत्री एस जयशंकर: विदेश मंत्री एस जयशंकर इस समय चीन के दौरे पर हैं। वह सिंगापुर से सीधे चीन पहुँचे हैं। यहाँ उन्होंने बीजिंग में चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की।

चीनी उपराष्ट्रपति के साथ इस मुलाकात की एक तस्वीर साझा करते हुए जयशंकर ने कहा, "आज बीजिंग पहुँचने पर उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिलकर बहुत खुशी हुई। उन्होंने शंघाई सहयोग संगठन की अध्यक्षता चीन को सौंपे जाने के प्रति भारत का समर्थन व्यक्त किया। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बेहतर हुए हैं। मुझे उम्मीद है कि मेरी यात्रा के दौरान होने वाली चर्चाएँ सकारात्मक रहेंगी।"

इस बैठक के दौरान जयशंकर ने कहा, "पिछले अक्टूबर में कज़ान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद से दोनों देशों के संबंधों में सुधार हुआ है। मुझे विश्वास है कि इस बैठक के दौरान हमारी बातचीत में यह सकारात्मकता बनी रहेगी।"

उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना को 75 वर्ष पूरे हो गए हैं। भारत में कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली अत्यंत सराहनीय है। यह दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाने में लाभकारी होगा।

जयशंकर ने कहा कि आज जब हम मिल रहे हैं, तो अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियाँ बहुत जटिल हो गई हैं। पड़ोसी देशों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, भारत और चीन के बीच विचारों का आदान-प्रदान बहुत महत्वपूर्ण होगा।

इससे पहले, जयशंकर सिंगापुर में थे जहाँ उन्होंने भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया। 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जयशंकर पाँच साल में पहली बार चीन पहुँचे हैं। वह मंगलवार को तियानजिन में एससीओ विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे। वह चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इस दौरान एलएसी पर तनाव कम करने, सीमा पर शांति बनाए रखने और व्यापार व निवेश से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।