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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने खास तैयारी की है। इस बार कांवड़ मार्गों पर दिन-रात निगरानी रखने के लिए कुल 184 जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेटों की ड्यूटी लगाई गई है। जिलाधिकारी डॉ. वी. के. सिंह ने जनपद के सभी कांवड़ मार्गों को 24 जोन और 68 सेक्टरों में बांटते हुए दो शिफ्टों (दिवस और रात्रि) में मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। सभी एसडीएम और एसीएम को सुपर जोनल मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी दी गई है।

सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों का निरीक्षण कर वहां की खामियों की रिपोर्ट संबंधित उच्चाधिकारियों को सौंपनी होगी ताकि समय रहते सुधार किए जा सकें। वहीं, मंडलायुक्त ह्रषिकेश भास्कर यशोद ने कांवड़ यात्रा से जुड़े सभी विभागों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए हैं और अब तक किए गए सुधार कार्यों की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

क्या होगा मजिस्ट्रेटों की जिम्मेदारी?

मजिस्ट्रेट न केवल सुरक्षा व्यवस्था देखेंगे, बल्कि सड़क की हालत, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट्स, कांवड़ सेवा शिविरों की परमिशन, शिविरों में बिजली कनेक्शन की वैधता और सुरक्षा, और खाने-पीने की चीज़ों की गुणवत्ता की भी निगरानी करेंगे। साथ ही प्रमुख शिवालयों की समितियों और पुजारियों से संपर्क में रहकर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

स्वच्छ और सुरक्षित भोजन की व्यवस्था

कमिश्नर ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कांवड़ियों को रास्ते में शुद्ध, सुरक्षित और उचित मूल्य पर भोजन मिले। इसके लिए हर ढाबे और रेस्टोरेंट के बाहर फूड सेफ्टी पंजीकरण प्रमाण पत्र, मालिक का नाम, पंजीकरण संख्या और QR कोड अनिवार्य रूप से प्रदर्शित किया जाएगा ताकि यात्री अपनी सुविधा के अनुसार जानकारी ले सकें।

खाद्य सुरक्षा विभाग यह सुनिश्चित करेगा कि किसी भी दुकान पर अनावश्यक दाम न वसूले जाएं और कीमतों की स्पष्ट दर सूची प्रदर्शित की जाए।

इसके साथ ही लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, एनएचएआई, ग्रामीण अभियंत्रण जैसे सभी संबंधित विभागों से कांवड़ मार्ग पर किए गए सुधार कार्यों की रिपोर्ट भी मांगी गई है।