लखनऊ। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां चरम पर हैं। विपक्षी महागठबंधन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पूरे उत्साह में नजर आ रही है। हालांकि रायबरेली और अमेठी सीट को लेकर कांग्रेस ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं। यह उसकी रणनीति हो सकती है। लेकिन ये तय है कि रायबरेली से प्रियंका गांधी ही चुनाव लड़ेंगी। उनके नाम की घोषणा किसी भी पल हो सकती है। प्रियंका को बड़ी जीत दिलाने के लिए सोनिया गांधी ने जिले में 24 सदस्यों की समन्वय समिति का गठन किया है।
रायबरेली से प्रियंका गांधी का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। कांग्रेस ने अपनी इस परंपरागत सीट को बड़ी मार्जिन से जीतने के लिए रणनीति तैयार कर ली है। जानकारी के मुताबिक़ रायबरेली में चुनाव अभियान राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी के नेतृत्व में चलेगा। इसके लिए सोनिया गांधी ने जिले में 24 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया है।
इस समन्वय समिति में सोनिया गांधी के साथ उनके प्रतिनिधि केएल शर्मा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष पंकज तिवारी, नगर अध्यक्ष धीरज श्रीवास्तव, बछरावां से पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी रहे सुशील पासी, हरचंदपुर से पूर्व विधायक सुरेंद्र विक्रम सिंह, सदर सीट से चुनाव लड़ चुके डॉ. मनीष सिंह चौहान, सरेनी ने विधानसभा प्रत्याशी रहीं सुधा द्विवेदी, ऊंचाहार से प्रत्याशी रहे अतुल सिंह, बछरावां से प्रत्याशी रहे साहबशरण पासवान, नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली शत्रोहन सोनकर, लालगंज नगर पंचायत अध्यक्ष सरिता गुप्ता, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रायबरेली मो. इलियास, पूर्व एआईसीसी सदस्य कल्याण सिंह गांधी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता वीके शुक्ला को शामिल किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक महासचिव केसी वेणुगोपाल, डीके शिवकुमार, उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय, सीएलपी लीडर आराधना मिश्रा बतौर रणनीतिकार चुनाव में अहम भूमिका निभाएंगे। इसके साथ ही सुनील कानूगोलू आईटी वॉर रूम के साथ ही चाणक्य की भूमिका निभाएंगे। बताते चलें कि सुनील कानूगोलू सर्वेक्षण विशेषज्ञ और कांग्रेस के खास रणनीतिकार हैं। पार्टी ने उन्हीं की रणनीति के अनुरूप तेलंगाना विधानसभा चुनाव लड़कर बड़ी सफलता हासिल की थी।