Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान बादलों ने “नशे का कारोबार, रिश्वतखोरी और संपत्ति इकट्ठी करने” का काम किया। साथ ही ट्रांसपोर्ट कारोबार पर कब्जा जमाकर पंजाब के संसाधनों का निजी लाभ उठाया।
मान ने कहा — “मैं जांच कराने में थोड़ा देर जरूर कर रहा हूं, लेकिन कार्रवाई पूरी ताकत से होगी।”
एसजीपीसी और अकाल तख्त पर भी निशाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुखबीर बादल को श्री अकाल तख्त साहिब का कोई आदर नहीं है। उन्होंने एसजीपीसी (शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) पर कटाक्ष करते हुए कहा,
“अगर एसजीपीसी के अधीन आने वाले सभी गुरुद्वारों की गोलकें उठा ली जाएं, तो इनके 95 प्रतिशत कर्मचारी नौकरी छोड़ देंगे।”
उन्होंने एसजीपीसी प्रधान हरजिंदर सिंह धामी पर भी तंज कसा और कहा कि वे किसी धार्मिक संस्था के प्रधान नहीं, बल्कि “शिअद के कार्यकर्ता” के रूप में काम कर रहे हैं।
“कैप्टन अमरिंदर हमेशा सत्ता के साथ, जनता के नहीं”
मान ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर व्यंग करते हुए कहा कि वे हमेशा सत्ता में रहने के आदी हैं।
“जब मुगल थे, तब उनके साथ थे। अंग्रेजों के दौर में अंग्रेजों के साथ रहे। कांग्रेस आई तो कांग्रेस में गए, अब भाजपा का वक्त है तो भाजपा में हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के नेता जनता को शतरंज के मोहरे की तरह इस्तेमाल करते हैं।
“लाल बत्ती की गाड़ियों में बिकता था चिट्टा”
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि शिअद के शासनकाल में पंजाब में नशे का कारोबार खुलकर हुआ।
उन्होंने कहा, “बीबी हरसिमरत कौर बादल कहती हैं कि उनकी सरकार में किसी को ‘चिट्टे’ का नाम नहीं पता था। यह सही है, क्योंकि उस वक्त मजीठिया को ही ‘चिट्टा’ कहा जाता था।”
मान ने कहा कि जिस इलाके को “शिअद का गढ़” कहा जाता था, वहां विकास के नाम पर सिर्फ झूठे दावे हुए हैं।
“गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी नहीं भूलेंगे पंजाबवासी”
भगवंत मान ने कहा कि कोटकपूरा और बरगाड़ी जैसी घटनाएं आज भी लोगों के मन में जख्म छोड़ गई हैं।
“सुखबीर बादल ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करवाकर अकाल तख्त साहिब में कबूल किया था, मगर बाहर आकर कह दिया कि ‘ऐसे ही बोल दिया था’। इतिहास ऐसे गुनाह माफ नहीं करता।”
“बादलों को पंजाबी बोलनी तक नहीं आती”
मान ने कहा कि वे डेढ़ साल तक मनप्रीत बादल के घर में रहे हैं और उन्होंने देखा कि “बादलों के घर में हर कोई अंग्रेजी बोलता है।”
“जो पंजाबी बोलना नहीं जानते, वो पंजाब पर राज करने चले हैं।”
“सुखबीर की पानी की बसें भी डूब गईं”
मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा,
“लंदन से पेरिस समुद्र के नीचे ट्रेन चलती है। इसे देखकर सुखबीर बादल ने पानी की बसें चलाने की कोशिश की थी, लेकिन वो भी फेल हो गए।”
“वोट बेचना अक्ल का दान बेचना है”
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि मत का अर्थ है “अक्ल”, और मतदान करना अपनी अक्ल का दान देना है।
“अगर रुपये लेकर वोट डालोगे तो सरकार बनने के बाद वही लोग पांच साल तक जनता को बेच देंगे। इसलिए वोट हमेशा सोच-समझकर डालें।”
“हम नीयत से काम कर रहे हैं, विपक्ष की कुर्सियां छिन गई हैं”
मान ने कहा कि उनकी सरकार ने 70 सालों से उलझे कामों को सुलझाने की शुरुआत की है।
“हमारी नीयत साफ है, इसलिए धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है। विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा, इसलिए वे सिर्फ आलोचना कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यवस्था में सुधार आप सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। आज सरकारी स्कूलों के बच्चे हर परीक्षा में टॉप कर रहे हैं।




