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नाखूनों के रंग से समझिए शरीर की स्थिति
लुनुला का रंग कई बीमारियों की ओर इशारा करता है:
लाल रंग: यह लीवर सिरोसिस, फेफड़ों की बीमारी या हार्ट फेल होने का संकेत हो सकता है।
नीला रंग: यह विल्सन डिजीज या डायबिटीज का लक्षण हो सकता है।
भूरा रंग: लंबे समय से किडनी खराब होने या फेल्योर का संकेत देता है।
सफेद रंग: यह किडनी से जुड़ी बीमारियों या टेरी नेल्स के कारण हो सकता है।
पीला रंग: येलो नेल सिंड्रोम या कुछ दवाओं (जैसे टेट्रासाइक्लीन) के सेवन से हो सकता है।
जब नाखूनों का आकार बदलने लगे
यदि आपके शरीर में पोषण की कमी या एनीमिया है, तो लुनुला का आकार सिकुड़ने लगता है। हालांकि अगर अन्य लक्षण नज़र नहीं आ रहे हैं, तो ज़्यादा चिंता की बात नहीं है। उम्र के साथ भी लुनुला का आकार बदल सकता है या कभी-कभी पूरी तरह गायब भी हो सकता है।
क्या इसे दोबारा पाया जा सकता है?
अगर लुनुला किसी बीमारी के कारण गायब हुआ है, तो बीमारी के ठीक होने पर इसके लौटने की संभावना रहती है। वहीं पोषण की कमी के मामले में आपको संतुलित और क्षारीय (Alkaline) आहार लेना चाहिए। प्रोसेस्ड और रिफाइंड फूड से बचें और नेचुरल, पौष्टिक चीजें शामिल करें।
डॉक्टर से कब मिलें?
अगर लुनुला में बदलाव के साथ ये लक्षण भी दिखें, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें:
बिना कारण वजन घटना या बढ़ना
लगातार थकान
त्वचा की रंगत में फर्क
बालों का तेज़ी से झड़ना
 
                     
                      
                                         
                                 
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