
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार में यातायात व्यवस्था सुधारने और यात्रा को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उच्च पथों (National Highways) पर सात ग्रीनफील्ड बाइपास (Greenfield Bypass) निर्माण करने की योजना तेज़ी से आगे बढ़ रही है। इनमें से तीन बाइपास को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि शेष चार प्रस्ताव विभिन्न चरणों में हैं।
स्वीकृत हुए बाइपास प्रोजेक्ट
अरवल बाइपास: 12.8 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट पर लगभग 573.63 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस बाइपास से अरवल क्षेत्र के यातायात में बड़ा सुधार आएगा।
दाउदनगर बाइपास (औरंगाबाद): 10.5 किलोमीटर लंबा यह ग्रीनफील्ड बाइपास करीब 932.46 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा, जिससे स्थानीय यातायात सुगम होगा।
औरंगाबाद शहर बाइपास: 9.2 किलोमीटर लंबे इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट की लागत 865.16 करोड़ रुपये होगी।
स्वीकृति की प्रतीक्षा में महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट
अंबा बाइपास (औरंगाबाद): 10.3 किलोमीटर के इस प्रस्तावित बाइपास के लिए 567.78 करोड़ रुपये की योजना है, फिलहाल मंत्रालय की स्वीकृति का इंतजार है।
ओबरा बाइपास: 7.96 किलोमीटर लंबा यह ग्रीनफील्ड बाइपास करीब 786.39 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित है।
रामगढ़ फोर-लेन बाइपास: 5 किलोमीटर लंबे इस बाइपास निर्माण के लिए 250 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है जिसमें परामर्श शुल्क भी शामिल है।
प्राणपुर बाइपास: 4 किलोमीटर लंबा यह प्रस्तावित ग्रीनफील्ड बाइपास अभी प्रारंभिक चरण में है, जिसके लिए डीपीआर कंसल्टेंट नियुक्त किया जाना बाकी है।
इन नए बाइपास के निर्माण से बिहार की सड़कों पर बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम करने के साथ-साथ आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।