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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई अहम मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि वह 'तानाशाह' नहीं, बल्कि 'बेहद बुद्धिमान' इंसान हैं। ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोका था। ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी का एक सफल अभियान चलाया था। इन बयानों के ज़रिए उन्होंने अपनी नीतियों और फैसलों को सही ठहराया।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध 'अगले स्तर' पर पहुंच गया था। यह युद्ध परमाणु युद्ध का रूप ले सकता था। इस दौरान सात लड़ाकू विमानों को मार गिराया गया और उनके पास इसे रोकने के लिए केवल कुछ घंटे ही थे। मैंने इस युद्ध को रोक दिया।"

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठान पर बमबारी एक 'त्रुटिहीन अभियान' था। इस अभियान में 52 टैंकर और कई F-22 और B-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया गया था। ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने टैरिफ लगाकर युद्ध रोक दिए। उन्होंने कहा कि टैरिफ की ताकत कोई नहीं जानता। इस नीति से खरबों डॉलर का राजस्व प्राप्त हो रहा है।

यूक्रेन युद्ध और नाटो के साथ संबंध

रूस-यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप ने कहा, "अमेरिका अब यूक्रेन पर कोई पैसा खर्च नहीं कर रहा है। हम नाटो के साथ काम कर रहे हैं, यूक्रेन के साथ नहीं। हम युद्ध खत्म करना चाहते हैं और इस संबंध में हमने व्लादिमीर पुतिन से भी बात की है। रूस-यूक्रेन युद्ध रोकना मेरे लिए सबसे आसान काम था, लेकिन अब यह जटिल होता जा रहा है।"

परमाणु निरस्त्रीकरण और सुरक्षा

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह परमाणु निरस्त्रीकरण चाहते हैं और उन्होंने पुतिन से परमाणु मिसाइलों पर भी बात की है। यूक्रेन की सुरक्षा गारंटी के बारे में ट्रंप ने कहा कि मैंने अभी तक प्रक्रियाओं पर चर्चा नहीं की है, लेकिन मुझे लगता है कि वे इसका समाधान निकाल लेंगे। उन्होंने कहा कि हम नाटो को मिसाइलें देते हैं और वे उन्हें यूक्रेन को देते हैं। हम अब यूक्रेन पर पैसा खर्च नहीं कर रहे हैं, बल्कि कमा रहे हैं।