
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में नशे के खिलाफ सरकार की मुहिम अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। आम आदमी पार्टी के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने हाल ही में एक बयान में साफ किया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व और पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में सरकार नशा खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
धालीवाल ने कहा कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक पंजाब को पूरी तरह नशा मुक्त नहीं बना दिया जाता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2007 से 2017 के बीच अकाली-भाजपा शासन के दौरान नशे ने राज्य में भयावह रूप ले लिया था। उन्होंने उस समय को “ड्रग्स की छठी नदी बहने” का काल बताया।
मंत्री ने एक बार फिर से 2013 में चर्चित ड्रग तस्कर जगदीश भोला की गवाही की बात उठाई, जिसमें भोला ने अदालत में बिक्रम सिंह मजीठिया का नाम लिया था। बावजूद इसके, पिछली सरकारें किसी ठोस कार्रवाई में नाकाम रहीं और आम लोगों की जिंदगियां तबाह होती रहीं। उन्होंने दोहराया कि ड्रग माफियाओं को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
इस बीच, आप सरकार में मंत्री लालचंद कटारुचक ने मजीठिया की गिरफ्तारी को नशे के खिलाफ लड़ाई में न्याय की उम्मीद बताया। उन्होंने कहा कि ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ अभियान केवल एक नारा नहीं, बल्कि एक जनांदोलन है, जिसका मकसद पंजाब को इस जानलेवा संकट से पूरी तरह मुक्त कराना है।
उन्होंने यह भी साफ किया कि नशा फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई में सरकार किसी की भी राजनीतिक हैसियत नहीं देखेगी – चाहे वह कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो। यह कार्रवाई दिखाती है कि आम आदमी पार्टी सिर्फ वादे नहीं करती, बल्कि उनके लिए कड़े फैसले लेने की हिम्मत भी रखती है।