img

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में मौसम ने ली करवट, कई राज्यों में बारिश की चेतावनी, उत्तराखंड में येलो अलर्ट

img

(गिरा पारा)
दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में आज मौसम ने करवट ली। वहीं उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु के कई शहरों में रविवार देर रात बारिश हुई है। इसके चलते इन राज्यों में अचानक से ठंड बढ़ गई है। उत्तरी भारत के अधिकतर क्षेत्रों में मौसम ने करवट ले ली है। धीरे-धीरे मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है। सुबह और रात के साथ अब दिन में भी सर्दी का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की आशंका जताई है। यहां ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और देश के दक्षिणी राज्यों में अगले दो-तीन दिन बारिश की आशंका है। उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी भी हुई है। रविवार को देहरादून में अधिकतर बादल छाए रहे। हालांकि अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछले कई दिनों से तापमान 27 डिग्री सेल्सियस चल रहा था। दून के तापमान में गिरावट आने की भी संभावना है। जबकि मसूरी में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। 

मसूरी घूमने आए पर्यटकों का ज्यादातर समय अब होटल में ही बीता। भारतीय मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने आज सोमवार से तीन दिनों तक भारी बारिश के साथ बर्फबारी की चेतावनी दी है। विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा के ऊपरी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से भारी बारिश के साथ-साथ बर्फबारी की संभावना व्यक्त की है। राजधानी देहरादून में सुबह से ही धूप नहीं निकली है और घने बादल छाए हुए हैं।  मौसम विभाग के निदेशक डॉ विक्रम सिंह के अनुसार उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में बारिश ओलावृष्टि और 3500 मीटर की ऊंचाई पर बर्फबारी होने की संभावना है। इन इलाकों में घना कोहरा भी छाएगा, जिसकी वजह से सड़क और रेल यातायात में भी परेशानी होगी।दिल्ली एनसीआर में भी मौसम बदलने से ठंड बढ़ गई है। भारत मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक सोमवार को न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी और अधिकतम तापमान में अचानक 4 डिग्री गिरावट की संभावना है। सोमवार को आसमान में बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश या बूंदाबांदी भी हो सकती है। दो दिसंबर तक धुंध के हालात बने रहने के आसार हैं। अगले पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो डिग्री और न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट का पुनर्वानुमान है। साफ है कि आगामी कुछ दिनों के दौरान दिल्ली वालों पर ठंड का असर भी चरम पर होगा। हिमाचल में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम खराब बना हुआ है। 

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज बर्फबारी होने का पूर्वानुमान है। इसी तरह मध्यम और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है।वहीं कश्मीर में अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर समेत कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू शून्य से नीचे बना हुआ है। पहलगाम न्यूनतम तापमान -3.4 डिग्री सेल्सियस के साथ कश्मीर का सबसे ठंडा क्षेत्र बना रहा, जबकि श्रीनगर व गुलमर्ग में पारा -1.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मौजूद सर्दियों में श्रीनगर में यह दूसरी बार है जब न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से इतना नीचे चला गया हो। मौसम विभाग के मुताबिक, मौसम में यह बदलाव एक साथ चार मौसमी सिस्टम एक्टिव होने से हुआ है। देश के उत्तरी हिस्से में समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर वेस्टर्न डिस्टरबेंस है। ऊपरी स्तर पर पूर्वी हवाओं के बीच एक ट्रफ लाइन बन गई है।
 

उत्तराखंड में खराब मौसम ने बढ़ाई सिलक्यारा सुरंग में रेस्क्यू ऑपरेशन की मुश्किलें--

उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। उत्तराखंड में मौसम के बदलने से मुश्किलें बढ़ गई हैं। रविवार से वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है। हौरिजोंटल ड्रिलिंग के दौरान ऑगर मशीन का एक हिस्सा टूट गया था, जिसकी मरम्मत का काम चल रहा है। वहीं, मैन्युअल खुदाई शुरू करने पर भी काम चल रहा है। बता दें कि उत्तरकाशी सुरंग हादसे का आज 16वां दिन है। रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से जारी है। जो बाधाएं थीं उन्हें हटा लिया गया है। ऑगर मशीन के टुकड़ों को सुरंग से निकाल लिया गया है। 

सिलक्यारा सुरंग के ऊपर वर्टिकल ड्रिलिंग का काम जारी है। अभी तक 30 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग कर ली गई है। टोटल 88 मीटर की वर्टिकल ड्रिलिंग होनी है। वहीं सुरंग के अंदर पाइप में फंसे ऑगर मशीन के टूटे हिस्से को बाहर निकाल लिया गया है। अब यहां मैन्युअल ड्रिलिंग का काम शुरू किया जाएगा, जो कि भारतीय सेना की इंजीनियरिंग बटालियन मद्रास सेपर्स की निगरानी में आगे बढ़ेगा। मैन्युअल ड्रिलिंग के लिए रैट माइनिंग विधि अपनाई जाएगी। जिसमें छोटी-छोटी सुरंगे खोदी जाती हैं, कोयले की खदान में इस तरह की सुरंगें बनाई जाती हैं।

प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, गृह सचिव अजय कुमार भल्ला व मुख्य सचिव एसएस संधू सिलक्यारा पहुंच गए हैं। मौसम विभाग की ओर से अगले तीन दिन बारिश और बर्फबारी की चेतावनी दी गई। यदि मौसम बाधा बना तो एक बार फिर श्रमिकों के जल्दी बाहर निकलने की उम्मीद को झटका लग सकता है। वहीं दूसरी ओर टनल में फंसे मजदूर कब सकुशल बाहर आएंगे अभी कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है।

Related News