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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : देशभर में ठंड का मौसम शुरू हो गया है। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही सुबह नहाने को लेकर सबसे बड़ी दुविधा यही होती है कि ठंडे पानी से नहाएँ या गर्म पानी से। गर्म पानी से तुरंत आराम मिलता है, लेकिन कुछ लोग कहते हैं कि इससे त्वचा को नुकसान पहुँचता है। ठंडे पानी से नहाने के फायदे तो हैं, लेकिन एक डर यह भी है कि ठंडे पानी से नहाने से बीमारियाँ हो सकती हैं। इसी वजह से लोग सोच में पड़ जाते हैं कि सर्दियों में नहाने का सही तरीका क्या है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि ठंडा या गर्म पानी, कौन सा बेहतर है।

गर्म पानी से नहाने के फायदे और नुकसान

ठंड के मौसम में गर्म पानी शरीर को तुरंत राहत पहुँचाता है। इसकी गर्मी मांसपेशियों को आराम पहुँचाती है, अकड़न कम करती है और रक्त प्रवाह बेहतर बनाती है। गर्म पानी सर्दी से काफ़ी राहत पहुँचाता है। यही वजह है कि लोग सर्दियों में गर्म पानी से नहाना पसंद करते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ साइंटिफिक रिसर्च एंड इंजीनियरिंग डेवलपमेंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, बहुत ज़्यादा गर्म पानी त्वचा की बाहरी परत को नुकसान पहुँचा सकता है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि बहुत ज़्यादा गर्म पानी से नहाने से त्वचा से प्राकृतिक तेल खत्म हो जाता है, जिससे रूखापन, खुजली, लालिमा और एक्ज़िमा जैसी समस्याएँ होती हैं। ज़्यादा देर तक गर्म पानी से नहाने से त्वचा की नमी भी जल्दी खत्म हो जाती है।

ठंडे पानी से नहाने के फायदे और नुकसान

ठंडा पानी शरीर को तुरंत सक्रिय कर देता है और रक्त संचार बढ़ा देता है। ऐसा माना जाता है कि ठंडे पानी से नहाने से श्वेत रक्त कोशिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया तेज़ होती है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। वहीं दूसरी ओर, विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक ठंड में अचानक ठंडे पानी से नहाने से शरीर को झटका लग सकता है। ठंडा पानी रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ देता है, जिससे रक्तचाप बढ़ सकता है और हृदय गति बढ़ सकती है। यह हृदय रोगियों, उच्च रक्तचाप वाले लोगों और सांस की समस्या वाले लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है।

डॉक्टर क्या सलाह देते हैं?

सर्दियों में ठंडे या गर्म पानी से नहाना चाहिए, इस उलझन को दूर करने के लिए डॉक्टर सलाह देते हैं कि सर्दियों में सबसे अच्छा विकल्प गुनगुने पानी से नहाना है। गर्म पानी शरीर को आराम देता है और त्वचा की नमी नहीं छीनता। डॉक्टर नहाने के बाद त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए मॉइस्चराइजर लगाने पर भी ज़ोर देते हैं। विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि गाँवों में हैंडपंप या बोरवेल का पानी अक्सर कठोर होता है, जिससे त्वचा की तैलीय परत और बालों की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। इसलिए, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सर्दी हो या गर्मी, नहाते समय हमेशा गुनगुने पानी का ही इस्तेमाल करना चाहिए।