
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : 2024 और 2025 की रिपोर्टों के अनुसार, हार्ट अटैक के लगभग आधे मरीज़ अकेले थे और उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता नहीं मिल पाई, जिसके कारण कई लोगों की जान चली गई। यहाँ 5 ज़रूरी सुझाव दिए गए हैं जो गंभीर स्थिति में आपकी जान बचा सकते हैं। अगर आपको हार्ट अटैक के लक्षण (जैसे सीने में दबाव, साँस लेने में तकलीफ, जबड़े या बाँह में दर्द) महसूस हों, तो घबराएँ नहीं और निम्नलिखित कदम उठाएँ:
1. तुरंत मदद के लिए संपर्क करें: सबसे पहले 108 या नज़दीकी अस्पताल की आपातकालीन सेवा को कॉल करें। किसी भी हालत में खुद गाड़ी चलाकर अस्पताल न जाएँ, क्योंकि रास्ते में हालत और गंभीर हो सकती है।
2. अपने शरीर को पूरा आराम दें: जितना हो सके अपने शरीर को आराम दें। तुरंत कुर्सी पर बैठ जाएँ या ज़मीन पर लेट जाएँ। हृदय पर ज़्यादा दबाव न पड़े, इसके लिए अपने शरीर को ज़्यादा न हिलाएँ।
3. एस्पिरिन की एक गोली चबाएँ: अगर आपको एस्पिरिन 300 मिलीग्राम से एलर्जी नहीं है, तो तुरंत एक गोली चबा लें। एस्पिरिन रक्त को पतला करने और रक्त के थक्के बनने से रोकने में मदद करती है, जो हृदय के लिए बेहद ज़रूरी है।
4. नाइट्रोग्लिसरीन लें (यदि उपलब्ध हो): अगर आप हृदय रोगी हैं और आपके डॉक्टर ने आपको नाइट्रोग्लिसरीन लेने की सलाह दी है, तो सलाह के अनुसार इसे लें। यह दवा हृदय की धमनियों को खोलने और रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करती है।
5. दरवाज़ा खुला रखें और साँस लें: अगर आप अकेले हैं, तो घर का दरवाज़ा खुला रखें ताकि एम्बुलेंस या पैरामेडिक्स आसानी से अंदर आ सकें। साथ ही, धीमी और गहरी साँसें लें। इससे आप शांत रहेंगे और ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहेगी।
दिल के दौरे के लक्षणों में सीने में दबाव, जबड़े, कंधे या पीठ तक फैलने वाला दर्द, साँस लेने में तकलीफ, धड़कन और पसीना आना शामिल हैं। मधुमेह रोगियों और महिलाओं में भी अत्यधिक थकान, अपच या पीठ दर्द जैसे असामान्य लक्षण हो सकते हैं। ऐसे लक्षणों को कभी भी नज़रअंदाज़ न करें।
अपने हृदय को स्वस्थ रखने के लिए, आपको संतुलित आहार (हरी सब्ज़ियों, फलों, साबुत अनाज और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थों से भरपूर) लेना चाहिए। धूम्रपान और शराब से बचें। प्रतिदिन कम से कम 6 से 7 घंटे की नींद लें और तनाव कम करने के लिए योग या ध्यान का अभ्यास करें। अपने रक्तचाप, शर्करा और कोलेस्ट्रॉल की नियमित जाँच करवाएँ।