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देहरादून। उत्तराखंड के जिले हल्द्वानी की जेल में इन दिनों 500 रुपये जमा कराकर ग्रह दोष काटे जा रहे हैं। फलित ज्योतिष कह रहे हैं कि अगर किसी की कुंडली में बंधन दोष हो तो जेल का खाना खाने या कुछ घंटे बिताने से इस दोष से छुटकारा मिल जायेगा। मीडिया में प्रकाशित हो रही इस तरह की खबरों पर आईजी जेल ने हल्द्वानी जेल अफसरों ने रिपोर्ट तलब की है। आईजी का कहना है कि इस तरह की बातें अधंविश्वास को बढ़ावा देती हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के सीनियर अधिकारियों को इस व्यवस्था की जानकारी नहीं थी। इसका पता चलते ही इस व्यवस्था को तत्काल समाप्त करने के निर्देश जेल के अधिकारियों को दे दिए गए हैं।

मालूम हो कि फलित ज्योतिष में बहुत से कुंडली दोष बताए जाते हैं। इनका कोई न कोई उपचार भी बताया जाता है। लोगों का मानना है कि ज्योतिषी के बताए इन उपायों को करने से उनके दोषों का निदान हो जाता है। इसी तरह का एक दोष होता है जिसे बंधन दोष कहते हैं। कुछ ग्रहों की स्थिति को देखकर ज्योतिषी इसे व्यक्ति विशेष की कुंडली में जेल जाने का योग बताते हैं। बंधन दोष का मतलब है कि व्यक्ति को जीवन में कभी न कभी जेल जाना पड़ सकता है। ज्योतिषी बंधन दोष से युक्त लोगों को कुछ समय जेल में बिताने का उपचार भी बताते हैं। ज्योतिषी उसे जेल में खाना खाने की सलाह भी देते हैं। मीडिया में छप रही खबरों के मुताबिक हल्द्वानी जेल में इन दिनों लोगों के इस ग्रह दोष (बंधन योग) का उपाय किया जा रहा है।

इसके लिए यहां करीब 120 साल पुराने खंडहर हो चुके शस्त्रागार को एक लॉक-अप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जेल प्रशासन की तरफ से हर वीकेंड पर कुछ लोगों से 500- 500 रुपये लेकर यहां ठहराया जाता है। मीडिया में आ रही इन खबरों में पुष्टि वहां के उप कारागार अधीक्षक भी कर रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे पर जब आईजी जेल विमला गुंज्याल से बात की गई तो उन्होंने इसे पूरी तरह निराधार बताया। आईजी ने कहा कि यह अंधविश्वास है और जेल में इस तरह की किसी व्यवस्था को नहीं किया जा सकता।।

खूब खाया जेल का खाना फिर भी काट रहे सजा

बता दें कि कुछ ऐसे पुलिसकर्मी भी हैं जो किसी न किसी जुर्म में सलाखों के पीछे सजा काट रहे हैं। बीते दिनों एक मामले में जेल में सजा काट रहे पूर्व पुलिसकर्मी पेरोल पर कुछ दिन के लिए बाहर आए। वह भी अपनी इन पुरानी बातों को याद कर यही बताने लगे। उन्होंने कहा किसी ज्योतिषी ने उन्हें भी यही बताया था कि अगर जेल में खाना खाया जाए या कुछ वक्त बिताया जाए तो जेल जाने के योग मिट जाते हैं। उन्होंने कहा यही वजह थी कि जब भी वह कभी काम से जेल में जाते थे तो वहां पर खाना भी खाते थे। बावजूद इसके वे सालों से जेल में सजा भुगत रहे हैं।