Prabhat Vaibhav,Digital Desk : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री और केंद्र की नीतियाँ बिहार के युवाओं के लिए पर्याप्त रोजगार नहीं दे रहीं, इसलिए बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार युवाओं के वोट की चाह में फैक्ट्रियाँ गुजरात में लगा रही है, लेकिन बिहार के लोगों की तकलीफों का इससे समाधान नहीं होगा।
योगापट्टी के बलुआ खेल मैदान में सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने महागठबंधन के समर्थन में वोट देने की अपील की और वीआईपी के प्रत्याशी रणकौश प्रताप सिंह (गुड्डू पटेल) के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की सरकार बनते ही उन परिवारों में जहाँ सरकारी नौकरी नहीं है, कम से कम एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी।
किसानों के लिए उन्होंने सिंचाई हेतु मुफ्त बिजली का वादा किया और कहा कि पेंशन राशि 1500 रुपये कर दी जाएगी। “माई-बहिन मान” योजना के तहत मकर संक्रांति (14 जनवरी) पर 20,000 रुपये हर मां-बहन के खाते में भेजे जाने का आश्वासन भी सभा में दिया गया। भीड़ देखकर तेजस्वी ने बताया कि बिहार बदलाव चाहता है और यही समर्थन इसका सबूत है।
दूसरे आयोजन में नरकटियागंज के चीनी मिल यार्ड में तेजस्वी ने कहा कि वे अकेले भाजपा, प्रधानमंत्री, राज्य सरकार और कार्यवाहक संस्थाओं से लड़ रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि विरोध रोकने के लिए भाजपा के पास दसियों हेलीकॉप्टर तैनात हैं और उनकी लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। साथ ही उन्होंने प्रशासनिक रिश्वतखोरी की शिकायत करते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर बिना रिश्वत किसी कार्य का होना मुश्किल है।
ऑब्जेक्टिव निचोड़
तेजस्वी यादव की रैलियों में मुख्य वादे — रोजगार की गारंटी (प्रत्येक परिवार में एक सरकारी नौकरी), किसानों के लिए मुफ्त सिंचाई बिजली, पेंशन वृद्धि और महिला-केंद्रित नकद सहायता — सामने आए हैं। उन्होंने सत्ता और संस्थागत कार्यप्रणाली पर तीखे आरोप लगाए और जनसमर्थन जुटाने की बात कही।




