उत्तरकाशी। बीते तीन मई से चार धाम यात्रा तो शुरू हो गई है लेकिन आलम ये हैं कहीं भीड़ को काबू करना मुश्किल हो रहा है तो कहीं रास्तों को दुरुस्त कर पाना। अब खबर आ रही है कि हाईवे धंसने से यमुनोत्री यात्रा में बाधा आ गई है। यमुनोत्री हाईवे एनएच 94 पर पुश्ता ढहने की वजह से करीब 1 किलोमीटर की सड़क खोखली हो गई है। अब इस रास्ते से वाहन ही निकल पा रहे हैं लेकिन बस जैसे बड़े वाहनों को रोक दिया गया है। इस रास्ते को ठीक कर पाना प्रशासन के लिए चुनौती बन रहा है। वहीं बीच में ही रोके गए यात्री सड़क ठीक होने का इंतज़ार कर रहे हैं।
जानकी चट्टी साइड में फंसे बड़े वाहनों को निकालने की बड़ी चुनौती प्रशासन के सामने है क्योंकि यमुनोत्री जाने वाले वाहनों को सुरक्षा के लिहाज़ से खरादी और बडकोट के बीच में ही रोका जा रहा है। पहाड़ी की तरफ हार्ड रॉक की वजह से गुरुवार 19 मई को भी आवागमन सुचारू रूप से चलने की उम्मीद नहीं है। यमुनोत्री की तरफ फंसे छोटे वाहनों को एक-एक कर के पास कराया जा रहा है।
इधर खरादी और बड़कोट के बीच वाहनों की लंबी लाइनें लग गई हैं। इधर, एनएच लोक निर्माण विभाग मार्ग को दुरुस्त करने की कोशिश में जुट गया है। पहाड़ को काट कर रास्ते को चौड़ा किया जा रहा है बड़े वाहनों की आवाजाही ठप होने से बसों से जानकीचट्टी से बड़कोट की तरफ जाने वाले 1200 और बड़कोट से जानकी चट्टी की तरफ आने वाले लगभग 3000 यात्री बड़कोट और स्यानाचट्टी के बीच फंसे हुए हैं।
इधर केदारनाथ धाम जाने के रास्तों में भी काफी जाम लगने से अब पुलिस और प्रशासन ने सोनप्रयाग को ही वाहनों का आखिरी पड़ाव बना दिया है। केदारनाथ जाने के लिए यहां से लोगों को 10-10 की संख्या में जीपों में बिठाकर गौरीकुंड तक पहुंचाया जा रहा है। गौरीकुंड से ही लोग केदारनाथ बाबा के दर्शन के लिए जाएंगे।