Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सर्दियों के आगमन के साथ ही हवा की गुणवत्ता में काफी गिरावट आ जाती है। इससे फेफड़े बीमार हो सकते हैं। आजकल लोग आमतौर पर घर पर ही अपना रक्तचाप और रक्त शर्करा स्तर जाँच लेते हैं। लेकिन इस बात की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है कि खराब हवा से फेफड़ों को कितना नुकसान पहुँचता है। सिर्फ़ खराब हवा ही नहीं, बल्कि धूम्रपान जैसी खराब जीवनशैली की आदतें भी स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाती हैं और साँस लेने की क्षमता को कम करती हैं। फेफड़ों की संभावित समस्याओं को समझने के लिए, आप आसान तरीकों से घर पर ही फेफड़ों की जाँच कर सकते हैं।
स्पाइरोमेट्री से अपने फेफड़ों की जांच करें।
आप ऑनलाइन एक स्पाइरोमेट्री उपकरण खरीद सकते हैं, जो आपके फेफड़ों की निगरानी में मदद करता है। यह आपके स्मार्टफ़ोन का उपयोग करके श्वसन मात्रा और बलपूर्वक महत्वपूर्ण क्षमता की जानकारी प्राप्त करता है। अध्ययनों से पता चला है कि स्पाइरोमेट्री के परिणाम वयस्कों और अस्थमा के रोगियों के लिए उत्कृष्ट हैं। आप सप्ताह में दो बार घरेलू उपकरण का उपयोग करके अपने फेफड़ों के कार्य पैटर्न की निगरानी कर सकते हैं। अगर आपको कुछ भी गड़बड़ लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अपनी सांस को 20 से 30 सेकंड तक रोके रखें।
अगर आपके फेफड़े स्वस्थ हैं, तो आप आसानी से 30 से 50 सेकंड तक अपनी सांस रोक सकते हैं। ऐसे में आपको घर पर ही बैलून इन्फ्लेशन टेस्ट ज़रूर करना चाहिए। सबसे पहले सांस लें और लगभग 30 सेकंड तक सांस रोककर रखें। अगर आप बैलून नहीं फुला पा रहे हैं, तो हो सकता है कि आपको फेफड़ों की समस्या हो। ऐसे में आपको डॉक्टर से अपने फेफड़ों की जांच करवानी चाहिए। अगर आप बैलून टेस्ट कर रहे हैं, तो आप 20 सेंटीमीटर से ज़्यादा लंबा बैलून लेकर उसे फुला सकते हैं, आमतौर पर आप इस बैलून को आसानी से फुला सकते हैं। अगर सिर्फ़ 6 इंच तक फुलाने पर ही आपकी सांस फूलने लगे, तो समझ लीजिए कि आपके फेफड़े कमज़ोर या बीमार हैं। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है।
अपने फेफड़ों के लिए वॉक टेस्ट करें।
अगर आपके फेफड़े ठीक से काम कर रहे हैं, तो आप 6 से 7 मिनट में 400 से 700 मीटर की दूरी तय कर सकते हैं। अपने फेफड़ों की फिटनेस जांचने के लिए 6 मिनट का वॉक टेस्ट ज़रूर करें। इस टेस्ट के साथ-साथ आपके पैरों की क्षमता, मांसपेशियों की ताकत और फेफड़ों की फिटनेस का भी परीक्षण किया जाएगा।




