img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार में नई सरकार बनने की कगार पर है, लेकिन विभागों के बंटवारे को लेकर भाजपा और जदयू के बीच अंदरूनी खींचतान शुरू हो गई है। सरकार गठन में सबसे बड़ा पेंच 'गृह मंत्रालय' को लेकर फंसा है। परंपरागत रूप से यह विभाग हमेशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास रहा है, लेकिन अब मज़बूत स्थिति में पहुँची भाजपा इस पद को अपने पास रखना चाहती है। दूसरी ओर, चूँकि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शामिल होना है, इसलिए भाजपा समारोह को छोटा रखने के पक्ष में है।

गृह विभाग को लेकर बीजेपी-जेडीयू आमने सामने

सूत्रों के मुताबिक, बिहार में मंत्रिमंडल बंटवारे में गृह विभाग सबसे विवादास्पद मुद्दा बन गया है। भाजपा नेतृत्व चाहता है कि राज्य में कानून-व्यवस्था सुधारने के लिए गृह मंत्री का पद उनकी पार्टी के पास रहे। वहीं, जदयू इसके लिए कतई तैयार नहीं है। नीतीश कुमार जब भी मुख्यमंत्री बने हैं, उन्होंने गृह विभाग अपने पास ही रखा है। फिलहाल, इस गतिरोध को सुलझाने के लिए दोनों दलों के बीच बातचीत चल रही है।

शपथ ग्रहण समारोह छोटा होगा।

नई सरकार का शपथ ग्रहण 20 नवंबर को होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समारोह में विशेष अतिथि होंगे। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए, भाजपा चाहती है कि शपथ ग्रहण समारोह छोटा और सादा हो। संभावना है कि शुरुआत में केवल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे और बाकी मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में किया जाएगा। मंगलवार (18 नवंबर) को नीतीश कुमार ने भी गांधी मैदान जाकर तैयारियों का जायजा लिया। वह रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

नेता चयन कल: भाजपा और जदयू की अलग-अलग बैठकें होंगी

भाजपा और जदयू दोनों ने अभी तक आधिकारिक तौर पर अपने विधायकों को नेता नहीं चुना है। हालाँकि, लोजपा (रामविलास) ने राजू तिवारी और हम ने प्रफुल्ल मांझी को अपना नेता चुना है। कल पटना में राजनीतिक गतिविधियों से भरा दिन रहेगा:

जेडीयू: सुबह सभी विधायक मुख्यमंत्री आवास पर इकट्ठा होंगे और नेता चुनेंगे।

भाजपा: भाजपा कार्यालय के अटल सभागार में सुबह 10 बजे विधायकों, सांसदों और विधान पार्षदों की बैठक होगी। इसमें दिल्ली से केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद रहेंगे।

एनडीए की संयुक्त बैठक दोपहर 3:30 बजे

दोनों दलों की अलग-अलग बैठकों के बाद, एनडीए के सभी पाँचों घटक दलों की एक संयुक्त बैठक दोपहर 3:30 बजे विधानसभा के मुख्य भवन में होगी। यहाँ एनडीए के नेता (मुख्यमंत्री) का संयुक्त रूप से चुनाव होगा। पहले ऐसी बैठकें मुख्यमंत्री आवास पर होती थीं, लेकिन इस बार स्थान बदलकर विधानसभा भवन कर दिया गया है।