भारत के किसानों को प्रभावी तकनीकें मिल रही हैं जिससे उनका मुनाफा कई गुना बढ़ रहा है। आज हम आपको ऐसी तीन तकनीकों के बारे में बता रहे हैं जिनकी सहायता से किसान मालामाल हो रहे हैं। आप भी चाहें तो इन तकनीकों का फायदा उठा सकते हैं।
ऐसी ही एक तकनीक है ड्रोन। जिसमें आरामदायक जगह पर रहकर कई तरह के काम किए जा सकते हैं। ड्रोन की सहायता से किसान फसल की वृद्धि की सटीक निगरानी कर सकते हैं, कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं, खाद का छिड़काव जल्दी कर सकते हैं। ड्रोन भारत में किसानों की दो तरह से सहायता करते हैं। पहला- यह किसानों की लागत कम कर, समय पर काम पूरा कर और फसलों पर निरंतर नजर रखकर खेती को लाभकारी बना रहा है। वहीं, किसान अपने ड्रोन की सेवा अन्य किसानों को किराए पर दे रहे हैं, जिससे उन्हें ज्यादा आमदनी भी हो रही है।
नंबर दो- एक स्मार्ट डेयरी वास्तव में डिजिटल सेंसर के साथ जानवरों की देखरेख व मशीनों के जरिए उत्पाद प्राप्त करने का एक संयोजन है। सेंसर की सहायता से पशुओं में बीमारी, उनके व्यवहार में बदलाव आदि के कारण होने वाली किसी भी समस्या का वक्त रहते पता लगाया जा सकता है, जिससे अन्नदाताओं की लागत और नुकसान दोनों कम हो गए हैं। एक ही मशीन से दूध और डेयरी उत्पाद निकालने से न सिर्फ शुद्धता बनी रहती है, बल्कि बर्बादी भी कम होती है, जिससे किसानों का मुनाफा बढ़ता है।
नंबर तीन- एक और तकनीक जिस पर सरकार जोर दे रही है वह है नैनो यूरिया। नैनो यूरिया कई मामलों में पारंपरिक उर्वरकों से बेहतर पाया गया है। इसका इस्तेमाल करना आसान है, जबकि इसकी सहायता से फसल की पैदावार बहुत अच्छी होती है। वहीं, इसकी कीमत भी काफी कम है। वैज्ञानिकों के अनुसार, नैनो यूरिया का उपयोग मौजूदा समय में लगभग 100 फसलों के लिए किया जा सकता है, जिससे उपज में 10 फीसदी तक की वृद्धि होती है।