चेन्नई/तमिलनाडु। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास अपने यूजी कोर्सेस में खिलाड़ियों के लिए प्रवेश शुरू करने वाला देश का पहला आईआईटी बन गया है। संस्थान शैक्षणिक वर्ष 2024-2025 से 'स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन' (एसईए) शुरू करेगा जिसके तहत यह भारतीय नागरिकों के लिए अपने प्रत्येक स्नातक कार्यक्रम में दो अतिरिक्त सीटों को सुरक्षित करेगा जिनमें से एक विशेष रूप से महिला छात्रों के लिए होगी। .
यह पहल खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभाशाली छात्रों को पहचानने और पुरस्कृत करने के लिए है। यह कार्यक्रम योग्य छात्रों को अपने खेल में उत्कृष्टता जारी रखते हुए उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
एसईए के माध्यम से प्रवेश प्रक्रिया के लिए एक छात्र को जेईई (एडवांस्ड) उत्तीर्ण करने की आवश्यकता होगी, लेकिन यह संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (जोसा) पोर्टल के माध्यम से नहीं बल्कि आईआईटी मद्रास द्वारा संचालित एक अलग पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। संस्थान के सूत्रों के हवाले अधिक जानकारी पोर्टल: https://jeeadv.iitm.ac.in/sea/ पर उपलब्ध हैं।
इस कार्यक्रम की घोषणा करते हुए आईआईटी मद्रास के निदेशक, प्रोफेसर वी. कामकोटि ने कहा, "यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार समग्र शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम छोटे बच्चों द्वारा खेलों में मिलने वाली उपलब्धियों को बढ़ावा देगा ।" निदेशक ने आगे कहा कि ऐसे बच्चों को इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी परिप्रेक्ष्य से अपने संबंधित खेलों को और समझने का अवसर मिलेगा। आईआईटी मद्रास ने कई खेल-संबंधी ऐच्छिक जोड़े हैं और इसमें कई अत्याधुनिक सुविधाएं भी हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हमें बेहद खुशी है कि 'स्पोर्ट्स एक्सीलेंस एडमिशन' जुलाई 2024 से शुरू हो रहा है। हम चाहते हैं कि हमारे पूर्व छात्र विश्व-प्रसिद्ध खिलाड़ी बनें।'