बिजनेस डेस्क. कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ने पूरी दुनिया में एक बार फिर दहशत का माहौल बना दिया है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का खौफ इस कदर हुआ कि भारत समेत दुनियाभर के निवेशकों की नींद उड़ा दी है। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रान की आशंका से मची अफरातफरी से शेयर बाजार (Share Market) के बाद कच्चे तेल के दाम में भी गिरावट आई है। एक दिन में ब्रेंट क्रूड के दाम में 11.6 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई और इसकी कीमत प्रति बैरल 72.72 डालर के स्तर पर पहुंच गई। वहीं, वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआइ) क्रूड के दाम में 13.1 प्रतिशत की गिरावट रही और यह प्रति बैरल 68.15 डालर के स्तर पर पहुंच गया।
यूरोप और अमेरिका की तरफ से अंतरराष्ट्रीय यात्रा को सीमित करने और कुछ देशों में लाकडाउन जैसी स्थिति से अभी आगे भी कच्चे तेल के दाम में गिरावट जारी रहने की संभावना है। ऐसे में भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो सकते हैं और महंगाई में और कमी आ सकती है।
कोरोना के नए वैरिएंट की वजह से भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में 1688 अकं की गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजार (Share Market) में भी अभी उथल-पुथल जारी रहने की आशंका है। दूसरी तरफ आगामी दो दिसंबर को आर्गनाइजेशंस आफ द पेट्रोलियम एक्सपोर्ट कंट्रीज (ओपेक) के सदस्य देशों की बैठक होने वाली है, जहां तेल के उत्पादन को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। क्योंकि भारत, अमेरिका, जापान, कोरिया, चीन जैसे देशों ने कच्चे तेल के दाम को कम करने के लिए अपने भंडारण से तेल की खपत करने का फैसला किया है।