हेल्थ डेस्क. कोरोना महामारी की तीसरी लहर के प्रकोप के साथ ही कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का कहर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसे में खांसी जुकाम बुखार जैसी बीमारियों को हल्के में न लें। ये ओमिक्रोन के शुरूआती लक्षण भी हो सकते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो ओमीक्रोन ने तेजी से डेल्टा को पीछे छोड़ दिया है। इसलिए हो सकता है कि अभी राज्यों में कहीं-कहीं डेल्टा ज्यादा हो लेकिन वहां ओमीक्रोन का संक्रमण आने वाले दिनों में बढ़ेगा।
डॉक्टरों का कहना है कि ओमीक्रोन के लक्षण हल्के हैं तथा अस्पताल में भर्ती होने की दर भी कम है। लेकिन इसके बावजूद लोगों को सावधानी रखनी होगी। इसे साधारण जुकाम नहीं समझें। इससे संक्रमित लोगों को ऑक्सीजन और वेंटीलेटर पर भर्ती करने की भी जरूरत पड़ रही है। खासकर ज्यादा उम्र के लोगों एवं किसी अन्य बीमारी से ग्रस्त लोगों में यह खतरा ज्यादा है।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी यह बता पाना संभव नहीं होगा कि कितनी मौतें ओमीक्रोन की वजह से हो रही हैं और कितनी डेल्टा से। ये मिली-जुली हो सकती हैं। लेकिन ओमीक्रोन तेजी से बढ़ रहा है। एक सप्ताह पहले महानगरों के आंकड़ों से पता चल रहा था कि 80 फीसदी से ज्यादा मामलों में ओमीक्रोन का संक्रमण है। लेकिन हर मामले की जांच कर पाना संभव नहीं है। ओमीक्रोन से दुनिया में अभी तक सिर्फ 115 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि भारत में इससे सिर्फ एक ही व्यक्ति की जान गई है।