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पटना में राहुल गांधी और नीतीश कुमार की मुलाकात के बाद तेजस्वी से मिले सीएम, बिहार की राजनीति में उतार-चढ़ाव

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पटना, बिहार. पिछले कुछ समय से बिहार की राजनीति में एक नया ट्विस्ट आया है जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बिहार के सत्ताधारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। उनके बीच चर्चा में सीटों के बंटवारे और मंत्रिमंडल के विस्तार का विषय था।

महागठबंधन और मंत्रिमंडल का मामला
बिहार में महागठबंधन के बनने के बाद से मंत्रिमंडल विस्तार का मामला एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। नीतीश कुमार ने अगस्त 2022 में राजग से नाता तोड़कर महागठबंधन की सरकार बनाई थी, और उसके बाद से ही कांग्रेस मंत्रिमंडल विस्तार की मांग कर रही है। कांग्रेस ने सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़ाने की मांग की है, जिस पर राहुल गांधी ने भी पहले लालू यादव और नीतीश कुमार से बात की थी।

राजद में भी चर्चा
इसी बीच, राजद में भी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा जोरों पर है। राजद के मंत्री कार्तिक सिंह और सुधाकर सिंह को मंत्री पद अलग-अलग वजहों से छोड़ना पड़ा था। राजद अब इन दोनों जातियों के नेताओं को मंत्रिमंडल में उचित प्रतिनिधित्व कब देगी, इस पर चर्चा जारी है।

नई सरकारी उपलब्धियाँ और जनता की उम्मीदें
बिहार में इस मंत्रिमंडल विस्तार के मामले में चर्चा चलती रही है, जो कि नई सरकारी उपलब्धियों और जनता की उम्मीदों को लेकर है। जनता को नयी सरकार से विकास, न्याय, और सशक्तिकरण की उम्मीदें हैं और मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व की मांग इसी दिशा में ध्यान देती है।

मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर चर्चा जारी 
बिहार की राजनीति में मंत्रिमंडल विस्तार के मुद्दे पर चर्चा जारी है और नए संयोजन की संभावना है। राहुल गांधी और नीतीश कुमार की मुलाकात इस मामले में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है जो बिहार की राजनीति को नयी दिशा देने में मदद कर सकता है।

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