Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब पूरी तरह बंद नहीं होगा, बल्कि इसे दो चरणों में आंशिक रूप से बंद किया जाएगा। पहले योजना के तहत 26 अक्टूबर से 7 नवंबर तक एयरपोर्ट को पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन भारतीय वायुसेना ने संशोधन करते हुए उड़ानों के लिए सीमित समय की अनुमति दे दी है। इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
पहले चरण में बंदी:
26 अक्टूबर से 6 नवंबर 2025 तक एयरपोर्ट रोज़ाना दोपहर 12 बजे से अगले दिन सुबह 5 बजे तक बंद रहेगा। इस दौरान सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक यानी 7 घंटे के लिए उड़ानें संचालित होंगी।
दूसरे चरण में बंदी:
7 नवंबर से 18 नवंबर तक रनवे रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रहेगा। वहीं, सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक यानी 18 घंटे तक उड़ानें सामान्य रूप से चलेंगी।
भारतीय वायुसेना ने यह संशोधन इसलिए किया है ताकि रनवे की मरम्मत और नागरिक उड़ानों का संचालन दोनों ही बिना किसी रुकावट के चल सके। इस दौरान एयरफोर्स 10,400 फीट लंबे रनवे पर पॉलिमर माडिफाइड इमल्शन की परत बिछाएगी, जिससे रनवे मजबूत और टिकाऊ बनेगा। इसके अलावा, ग्राउंड लाइटिंग सिस्टम को भी अपग्रेड किया जाएगा ताकि उड़ानों की सुरक्षा और संचालन क्षमता और बेहतर हो सके।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट अथॉरिटी ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी उड़ानों का समय पहले ही एयरलाइन से पुष्टि कर लें, क्योंकि मरम्मत और सीमित संचालन समय के कारण कुछ उड़ानों का शेड्यूल बदल सकता है।
शहीद भगत सिंह एयरपोर्ट भारतीय वायुसेना के नियंत्रण में है और यहीं से एयरफोर्स के विमान उड़ान भरते हैं। रनवे बंदी के दौरान केवल रोटरी विंग एयरक्राफ्ट (हेलीकॉप्टर) को विशेष अनुमति मिलने पर उड़ान भरने की इजाजत होगी।
एयरपोर्ट के सीईओ अजय वर्मा के अनुसार, यह मेंटेनेंस कार्य बेहद जरूरी था ताकि रनवे की गुणवत्ता, सुरक्षा और संचालन क्षमता बेहतर हो सके। मरम्मत पूरी होने के बाद एयरपोर्ट पूरी क्षमता के साथ सामान्य संचालन के लिए खुल जाएगा।
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