देहरादून। उत्तराखंड में मानसूनी बारिश का दौर लगातार जारी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश से सुबह-शाम हल्की ठंड का अहसास होने लगा है। दून में गुरुवार दोपहर से शाम तक झमाझम बारिश हुई। इस बीच कड़क धूप भी खिली। बारिश और मौसम परिवर्तन से मैदानी इलाकों में तो लोगों को राहत मिली लेकिन पर्वतीय इलाकों में लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है।
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने 10 सितंबर तक प्रदेश भर में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। गर्जन के साथ आकाशीय बिजली भी चमकने का अनुमान है। वहीं लगातार हो रही बारिश की वजह से पहाड़ से मानो आफत बरस रहा है। कहीं पहाड़ से चट्टान टूटकर गिर रहा है तो कहीं मलबा आ जा रहा है। भूस्खलन से तो लोगों में भय व्याप्त है। वैसे आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में पहाड़ ही नहीं सड़कें भी मौसम का कहर झेल रही हैं, जो लोगों के लिए मुसीबत खड़ा कर रही हैं। ऐसे में सरकार व प्रशासन से लेकर आपदा परिचालन केंद्र और मौसम विभाग ने लाेगाें काे सावधानी बरतने की सलाह दी है।
चार राजमार्ग समेत 53 मार्ग अवरुद्ध
लोक निर्माण विभाग उत्तराखंड की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश भर में गुरुवार को कुल 73 मार्ग अवरूद्ध हुए हैं। 61 मार्ग बुधवार के अवरूद्ध थे यानी कुल 134 अवरुद्ध मार्गों में से 81 मार्गों को गुरुवार को खोला गया है। शेष 53 मार्ग अवरुद्ध हैं। इसमें चार राजमार्ग, चार मुख्य जिला मार्ग, दो अन्य जिला मार्ग एवं 43 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध हैं। अवरुद्ध मार्गों को खोलने के लिए कुल 47 मशीनें युद्ध स्तर पर कार्य कर रही हैं। लोक निर्माण विभाग मुख्यालय की ओर से अधिशासी अभियंताओं को अवरुद्ध मार्गों को प्राथमिकता से खोलने के निर्देश दिए गए हैं और निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।