आठ दिन पहले चीन ने भारत-चीन सीमा पर आक्रमण किया था। मगर उस वक्त गुजरात में केंद्र सरकार का राजनीतिक जश्न शुरू हो रहा था। यहां देश की सीमाएं खुली हो गईं। दुश्मन ने तवांग पर आक्रमण किया। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार के लिए देश की सीमाएं कितनी महत्वपूर्ण हैं।

संजय राउत ने पूछा कि इतनी बड़ी घटना को प्रधानमंत्री ने देश से क्यों छुपाया, जबकि तवांग में आठ दिन पहले घुसपैठ हुई थी, मगर गुजरात चुनाव के लिए इस सच्चाई को छिपाया गया। संजय राउत ने आज दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए चीन की घुसपैठ पर टिप्पणी की।
राउत ने कहा- लद्दाख से चीनी सेना हटाई गई, चर्चा हुई, फिर तवांग में घुस गई। देश के शासकों को अपना ध्यान राजनीति से कम करना चाहिए और देश की सीमाओं पर ध्यान देना चाहिए।
संजय राउत ने बताया कि हम संसद के दोनों सदनों में राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा उठाएंगे। पाकिस्तान, चीन, देश के दुश्मन सीमाओं पर हमला कर रहे हैं। तवांग से देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री ने देश से कुछ छिपाने की कोशिश की है। घटना आठ दिन पहले की है, घायल जवानों का इलाज गुवाहाटी में चल रहा है। इसे क्यों छुपाया गया? दोनों पक्षों के कितने सैनिक घायल हुए? शहीद हुए हैं? सरकार इस बारे में आधिकारिक जानकारी देने को तैयार नहीं है।
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