
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में गर्मी का पारा बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही हैं। गत दिवस यानी रविवार को दिल्ली में कई स्थानों पर आग लगने की घटनाएं घटी। इनमें से सबसे पहली आग टीकरी कलां के पीवीसी मार्केट में लगी। ये आग इतनी भयानक थी कि इसे बुझाने के लिए आधुनिकतम तकनीक वाले रोबोट का सहारा लिया गया। बताया जा रहा है कि जिस आग को बुझाने के लिए दमकलकर्मी दो घंटे से जूझ रहे थे उसी आग को उसे रोबोट ने मात्र आधे घंटे में बुझा दिया।
बता दें के ये तकनीक फायर सर्विस के पास हाल में ही में आई है। रोबोट तकनीकी को फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि दिल्ली सरकार ने फायर विभाग को कई फायर फाइटिंग उपकरण मुहैया कराए हैं जिनमें से एक ये रोबोट भी है। उन्होंने बताया कि आग कितनी भी भयंकर हो ये रोबोट बेहद ही कम समय में उस पर काबू पा लेता है। आइये जानते है किसे काम करता है रोबोट ..
रविवार की सुबह टीकरी कलां इलाके से लगभग 4:45 बजे फायर विभाग को खबर मिली कि पीवीसी मार्केट में स्थित एक कबाड़ गोदाम में आग लग गई है। सोचना मिलते ही 20 दमकल की गाड़ियों को तत्काल मौके पर भेजा गया लेकिन तेज हवा की वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था और वह तेजी से फैलती ही जा रही थी। आग ने इलाके के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था।ऐसे में आग की भयावहता को देखते हुए मौके पर मौजूद अधिकारियों ने रोबोट बुलाने का फैसला लिया। रोबोट के पहुंचने पर मात्र आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया।
बताया जा रहा है कि टीकरी कलां में आग बुझाने के लिए जिस रोबोट का इस्तेमाल किया गया उसकी गिनती दुनिया के बेहतरीन फायर फाइटिंग उपकरणों में होती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह रिमोट से चलता है। फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक इस रोबोट को चलाने के लिए फायर कर्मियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है और इसके लिए एक अलग एसओपी भी बनाई गई है जिसके तहत ही इसका संचालन किया जाता है।
आग बुझाने वाला ये रोबोट एक ऐसे मटीरियल से बनाया गया है जिस पर आग, धुआं, गर्मी या अन्य किसी बाहरी फैक्टर का कोई असर नहीं पड़ता। इसके टायर में वैसे ही क्रॉलर बेल्ट लगाए गए हैं जैसे सेना के टैंक में लगे होते हैं। इस रोबोट में हाई रिजॉल्यूशन कैमरा भी लगा है जिससे ये साफ तस्वीरें खींचने में भी सक्षम है। आग बुझाने वाले इस रोबोट में पीछे की तरफ एक कनेक्टर लगा होता है जिसमें पाइप्स कनेक्ट कर वाटर टैंकर से जोड़ा जाता है। वहीं इसके ऊपरी हिस्से पर एक बड़ा पंखा भी लगा होता है जो एक्जॉस्ट फैन का काम करता है और पानी को दूर तक फेंकने में मदद करता है।