तहरीक-ए-तालिबान (Taliban) पाकिस्तान (टीटीपी) के संस्थापक बैतुल्ला Mehsood पाकिस्तान के खैबर Pakhtukhwa प्रांत का निवासी है। धार्मिक तौर पर बहुत कट्टर था। दक्षिणी वजीरिस्तान के मुख्य पख्तून नेता बन गया। 2007 में कई छोटे-छोटे समूह बन। वहीं मिलाकर तहरीक-ए-तालिबान (Taliban Leader) पाकिस्तान संगठन बनाया। यह संगठन भी पाकिस्तानी तालिबान कहा जाता है। यह संगठन पाकिस्तान में शरीयत नियमों को स्थापित करना चाहता है। इसलिए वह मौजूदा सरकार और पाकिस्तानी सरकार को उखाड़ फेंकना चाहता है। टीटीपी अमेरिका और उनके समर्थकों को जवाब देना चाहता था। एक और मकसद अफगानिस्तान में अमेरिकी दखल को खत्म करने की थी। टीटीपी कई आत्मघाती हमलों में शामिल था। 2008 में, पाकिस्तान में आम चुनाव थे। बेनजीर भुट्टो इस चुनाव में भाग लेने के लिए 2007 में पाकिस्तान आयी। टीटीपी का मानना था कि बेनजीर अमेरिका के आदेश पर पाकिस्तान वापस आ गई हैं और वह सत्ता में आयी तो मुजाहिदीन को समाप्त करेंगी।
बेनजीर भुट्टो पहली बार 1988 में पाकिस्तानी में प्रधान मंत्री बनी। वे मुस्लिम देशों की पहले महिला प्रधान मंत्री हैं। दो साल बाद सरकार को बर्खास्त कर दिया गया था। 1993 वह चुनाव जीतकर प्रधान मंत्री बनी। एक महिला के दो बार प्रधान मंत्री बनने के बाद, पाकिस्तानी कटटरपंथियों की नींद उड़ गयी थी। लेकिन बेनजीर के लिए उनकी गल्ती भारी पड़ गयी। जब वह दूसरी बार सत्ता में लौटी, तो वह भ्रष्टाचार के आरोप से घिर गयी। उनके पति असिफ अली जरदारी को श्रीमान दस प्रतिशत कहा जाना शुरू कर दिया गया। 1996 में, उनकी सरकार को फिर बर्खास्त कर दिया गया। कथित तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप के बाद, बेनजीर ने पाकिस्तान छोड़ दिया। उन्होंने दुबई और लंदन में रहना शुरू कर दिया। 2007 में, जब बेनजीर पाकिस्तान लौटीं तो उन्हें जनसमर्थन मिला। तालिबान (Taliban leader) को इनपुट मिला कि वह चुनाव में फिर जीत सकती हैं।