ताज़ा खबर :- अफगानिस्तान पर तालिबान (Taliban) के कब्जे के साथ ही वहां से तमाम खौफनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं. एक तरफ हाथ में बंदूकें लहराते तालिबानी हैं वहीं दूसरी और अफगानिस्तान (Afghanistan) से भागने के लिए दीवारों से कूदते लोग हैं तो कहीं तालिबान से हकों की मांग करती महिलाएं भी नजर आ रही हैं. हालांकि हकीकत सिर्फ इतनी भर नहीं है. अफगानिस्तान में सड़कों से लेकर घरों के अंदर तक डर पसरा हुआ है. भविष्य के सपनों से भरी आंखों में भय और हताशा बैठ गई है. फोन और सोशल मीडिया (Social Media) पर भी तालिबानी पहरा लगा दिया गया है. एक्टिविस्ट और आंदोलनकारी घरों में दुबक गए हैं..
साहेल बताते हैं कि तालिबान (Taliban) के आने के बाद सभी चीजें बदल गई हैं. कभी-कभी यह किसी खौफनाक सपने जैसा लगता है लेकिन यह हकीकत है. काबुल की भरी हुई सड़कें, हंसते-मुस्कुराते वहां के लोग, बाजारों की चकाचौंध, भविष्य के सपनों से सजी जिंदगी सब जैसे एक पल में रुक गया है. आज काबुल की सड़कें सुनसान हैं, महिलाओं से भरे रहने वाले बाजारों में एक भी महिला नहीं है, स्कूल, कॉलेज बंद हैं. लड़कियां हों या लड़के सभी घरों में कैद हैं. बहुत कम लोग इधर-उधर दिखाई दे रहे हैं. बहुत छोटी-मोटी दुकानें खुल रही हैं.
बैंक-दफ्तर बंद, जेब में मौजूद पैसे से चल रहा खर्च
साहेल बताते हैं कि जब से तालिबान ने कब्जा किया है. सभी बैंक, एटीएम बंद हैं. कहीं से भी पैसा नहीं निकाला जा सकता है. लोगों के पास जो घर में या जेब में पैसा या सामान था अभी उसी से खर्च चल रहा है. सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तर बंद हैं. किसी को भी घुसने नहीं दिया जा रहा है. लोगों से इंतजार करने के लिए कहा गया है. राष्ट्रपति भवन से लेकर सभी मंत्रालयों में तालिबानी लोग पहुंचे हुए हैं. स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालयों पर ताला लटका है. बच्चों से लेकर बड़े सभी घरों में बंद हैं. छोटे-छोटे मुहल्लों में बनी बहुत छोटी-छोटी दुकानें खुली हैं. बड़े मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स या बिजनेस हब बंद पड़े हैं.