Prabhat Vaibhav,Digital Desk : देशभर में विजयादशमी हर्षोल्लास और धार्मिक उत्साह के साथ मनाई गई। हल्की बारिश के बावजूद लोगों का उत्साह बरकरार रहा। रावण दहन कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में लोग जुटे। देशभर में आतिशबाजी के साथ रावण दहन किया गया।
शिमला, पटना, मैसूर और दिल्ली में दशहरा बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस त्योहार ने लोगों को असत्य पर सत्य की जीत का संदेश दिया। इस बीच, दिल्ली में खराब मौसम के कारण प्रधानमंत्री मोदी को अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
जाखू मंदिर में रावण दहन
शिमला के जाखू मंदिर परिसर में हमेशा की तरह दशहरा उत्सव मनाया गया। हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू रावण दहन स्थल पर पहुँचे। नाभा रामलीला मंडली द्वारा राम और रावण के बीच युद्ध का मंचन किया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया और दशहरा पर्व की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि यह पर्व असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है।
पटना के गांधी मैदान में उमड़ी भीड़
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में गुरुवार शाम बारिश के बीच रावण दहन समारोह का आयोजन किया गया। यहाँ 80 फुट के रावण, 75 फुट के मेघनाद और 70 फुट के कुंभकर्ण के पुतले तैयार किए गए थे। इस अवसर पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा समेत कई मंत्री और गणमान्य लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान राम और लक्ष्मण की मूर्तियों पर तिलक लगाकर आरती की और फिर एक के बाद एक तीन मूर्तियों का दहन किया। इसके बाद आतिशबाजी हुई और पूरा गांधी मैदान "जय श्री राम" के नारे से गूंज उठा। बारिश के कारण मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त हो गई थीं, लेकिन उनकी मरम्मत कर दी गई और कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
गांधी मैदान और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। 49 स्थानों पर 103 मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी तैनात किए गए थे। 128 सीसीटीवी कैमरे और 10 वॉच टावर लगाए गए थे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मैसूर दशहरा में भाग लिया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 'नंदी ध्वज' की पूजा करके मैसूर दशहरा जुलूस की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में यह उनका आठवाँ दशहरा है। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से उन्हें लगातार यह अवसर मिलता रहा है।
दशहरा को लोगों का त्योहार बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के कारण यह आयोजन और भी विशेष हो गया है।



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