
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के 25 वर्ष पूरे होने के खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य को एक बड़ी सौगात दे सकते हैं। 9 नवंबर को युवा उत्तराखंड को अंतरराष्ट्रीय स्तर का पंतनगर एयरपोर्ट समर्पित किया जा सकता है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पीएमओ और उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (UCADA) इस योजना की तैयारियों की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
स्थानीय विकास को मिलेगी गति
अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की स्थापना से राज्य में पर्यटन, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। इससे स्थानीय युवाओं के लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। वर्तमान में, पंतनगर एयरपोर्ट 269 एकड़ भूमि पर स्थित है, जिसका रनवे मात्र 1372 मीटर लंबा है। अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक, एयरपोर्ट का रनवे 3000 मीटर किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण और विस्तारीकरण की प्रक्रिया
प्रदेश सरकार ने एयरपोर्ट के विस्तारीकरण हेतु कुल 804 एकड़ भूमि अधिग्रहित की है। इसमें से 524 एकड़ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) और 103 एकड़ भूमि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सौंपी गई है। भूमि अधिग्रहण के लिए 188 करोड़ रुपये मुआवजा भी वितरित किया जा चुका है। आगामी दिनों में भारत सरकार की टीम कार्य प्रगति का जायजा लेने पहुंचेगी।
ये होंगी एयरपोर्ट में अत्याधुनिक सुविधाएं
नए एयरपोर्ट टर्मिनल में पार्किंग, वीआईपी लाउंज, बिजनेस लाउंज, चिकित्सा सेवा, बच्चों का प्ले एरिया, सहायता डेस्क, एटीएम, करेंसी एक्सचेंज, वाई-फाई, रेस्तरां, कैफे, नाइट लैंडिंग, कार्गो, इमिग्रेशन एवं कस्टम जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
स्थानीय उत्पादों के लिए बनेगा मार्केट
पंतनगर विश्वविद्यालय अपनी भूमि पर स्थानीय उत्पाद जैसे मडुआ, झिंगोरा, भट्ट, गहत आदि के लिए स्मार्ट मार्केट भी स्थापित कर सकता है। इससे राज्य के उत्पादों को वैश्विक पहचान मिलेगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी।
सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण
नेपाल और चीन की सीमा से निकटता के कारण यह एयरपोर्ट सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद अहम होगा। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के परिचालन के लिए सारी तैयारियां जोरों पर हैं। जिला प्रशासन एवं स्थानीय संस्थाएं एयरपोर्ट के विस्तार से प्रभावित भवनों की शिफ्टिंग प्रक्रिया तेज़ी से पूरी करने में जुटी हुई हैं।