
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में नशे के खिलाफ लड़ाई में आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की पहल पर शुरू की गई 'नशा मुक्ति यात्रा' अब तेजी से राज्य के हर कोने तक पहुंच रही है। पार्टी के मंत्री, विधायक और स्थानीय नेताओं ने रविवार को पंजाब के सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा निकालकर लोगों को नशे के खतरों से आगाह किया।
इस यात्रा का उद्देश्य न केवल नशे के विरुद्ध जनजागरूकता पैदा करना है, बल्कि नशा तस्करों के सामाजिक बहिष्कार को भी बढ़ावा देना है। यात्रा के दौरान नेताओं ने गांव-गांव जाकर स्थानीय जनता से अपील की कि वे नशे के कारोबारियों को किसी भी प्रकार की सहायता, विशेष रूप से जमानत जैसी कानूनी मदद न दें।
कार्यक्रमों में भारी जनभागीदारी देखी गई। लोग स्वेच्छा से यात्रा में शामिल हुए और सरकार की इस मुहिम की खुलकर सराहना की। कुछ पंचायतों ने तो सार्वजनिक रूप से अपने गांव को नशा मुक्त घोषित कर दिया। विधायकों और मंत्रियों ने सभाओं में ग्रामवासियों को नशे के विरुद्ध शपथ भी दिलवाई, जिससे यह अभियान एक सामूहिक आंदोलन का रूप ले रहा है।
कैबिनेट मंत्रियों ने भी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में इस मुहिम को सफल बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए हैं। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मंत्री कुलदीप धालीवाल, हरभजन सिंह ईटीओ, स्पीकर कुलतार सिंह संधवां, डिप्टी स्पीकर जय किशन सिंह रोड़ी समेत कई अन्य मंत्री इस अभियान में जुटे हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह और मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने भी अपने-अपने इलाकों में प्रभावी ढंग से यात्रा निकाली। इस अभियान का मकसद साफ है: पंजाब को नशे के जाल से मुक्त कराना और एक स्वस्थ, समृद्ध राज्य की ओर कदम बढ़ाना।