
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब विधानसभा का माहौल उस समय गरमा गया जब विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सरकार पर यह कहकर हमला बोला कि आम आदमी पार्टी ने विधानसभा को एक "स्टेज शो" में बदल दिया है। उनका यह बयान उस समय आया जब उन्होंने सत्र बुलाने से पहले एजेंडा ना देने पर नाराजगी जताई।
इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने बाजवा के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की मांग कर दी। अमन अरोड़ा ने सवाल उठाया, "अगर बाजवा जी विधानसभा को स्टेज शो कह रहे हैं, तो क्या वो अपने साथ बैठे विपक्षी विधायकों को भी स्टेज कलाकार मानते हैं?"
यह विवाद उस दौरान बढ़ा जब दोनों नेता भाखड़ा डैम की सुरक्षा को लेकर सीआईएसएफ की तैनाती पर बहस कर रहे थे। प्रताप बाजवा ने आरोप लगाया कि भाखड़ा डैम पर सीआईएसएफ की तैनाती का विरोध हो रहा है, लेकिन पंजाब सचिवालय की सुरक्षा के लिए यही फोर्स पहले से तैनात है।
अमन अरोड़ा ने पलटवार करते हुए कहा कि बाजवा का यह विरोध एक रणनीति के तहत है क्योंकि उन्होंने हाल ही में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बाजवा का बीजेपी के साथ गुप्त समझौता है—वह प्रस्ताव का विरोध करेंगे और यूटी सरकार आम आदमी पार्टी के नेताओं पर केस दर्ज करवाएगी।
उल्लेखनीय है कि यूटी चंडीगढ़ पुलिस ने विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा की शिकायत पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और अमन अरोड़ा पर केस दर्ज किया है। इस पर अरोड़ा ने दो टूक कहा, “चाहे एक केस हो या 36, हम डरने वालों में से नहीं हैं।”