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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : थावे थाना क्षेत्र स्थित शक्तिपीठ थावे दुर्गा मंदिर में हुई करोड़ों रुपये की चोरी के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। इस सनसनीखेज वारदात को गंभीरता से लेते हुए गोपालगंज पुलिस ने विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है, जो जिले के साथ-साथ आसपास के जिलों में लगातार दबिश दे रही है।

शुक्रवार को पुलिस की टीमें छपरा, सिवान और पूर्वी चंपारण तक सक्रिय रहीं। एसडीपीओ प्रांजल और थावे थानाध्यक्ष के नेतृत्व में गठित पांच अलग-अलग टीमें संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

पेशेवर गिरोह की आशंका, जांच नट गिरोह पर केंद्रित

पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस चोरी में पेशेवर गिरोह की भूमिका सामने आ रही है। मंदिर परिसर और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज तथा तकनीकी साक्ष्यों की जांच के बाद पुलिस की नजर नट गिरोह पर टिक गई है, जो गोपालगंज के अलावा सिवान और छपरा के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय बताया जा रहा है।

सबसे पहले पुलिस ने थावे, मीरगंज और आसपास की नट बस्तियों में छापेमारी की। इसके बाद कार्रवाई का दायरा बढ़ाते हुए सिवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र और जीबी नगर तरवारा इलाके में भी दबिश दी गई। वहीं, छपरा से सटे गांवों में भी संदिग्धों के ठिकानों की तलाशी ली गई है।

कई अहम सुराग मिले, तकनीकी सेल कर रही गहन जांच

पुलिस का दावा है कि छापेमारी के दौरान कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। हिरासत में लिए गए लोगों से लगातार पूछताछ जारी है। तकनीकी सेल की मदद से मोबाइल लोकेशन, कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

गौरतलब है कि 17-18 दिसंबर की रात चोरों ने थावे दुर्गा मंदिर के गर्भगृह का ताला तोड़कर वहां रखे लॉकर और माता रानी के बहुमूल्य आभूषण चोरी कर लिए थे। इस घटना ने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे राज्य में हलचल मचा दी थी।

सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल, श्रद्धालुओं में आक्रोश

उच्च सुरक्षा वाले धार्मिक स्थल में चोरी की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। घटना के बाद से पुलिस पर त्वरित खुलासे का दबाव भी बढ़ गया है। एसपी और एसडीपीओ स्तर से पूरे मामले की सीधी निगरानी की जा रही है।

मंदिर प्रशासन और श्रद्धालु आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी और चोरी गए आभूषणों की बरामदगी की मांग कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला केवल स्थानीय चोरी तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें अंतरजिला गिरोह की भूमिका सामने आ रही है। अधिकारियों को भरोसा है कि जल्द ही पूरे कांड का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।