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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के कई राज्यों में मानसून के फिर से सक्रिय होने की जानकारी दी है। 31 जुलाई तक कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, साथ ही बिजली गिरने और तेज़ हवाओं का भी ख़तरा है। पिछले कई दिनों से कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है। 

यहां भारी बारिश की चेतावनी?

उत्तर प्रदेश: मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 31 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, आगरा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललितपुर में खासतौर पर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, 46 जिलों में बिजली गिरने का भी खतरा है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से पूर्वी और पश्चिमी दोनों हिस्सों में बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी।

राजस्थान: राजस्थान में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मौसम विभाग ने 31 जुलाई तक राज्य के पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जयपुर, कोटा, उदयपुर और अन्य इलाकों में जलभराव और यातायात बाधित होने की संभावना है।

मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में 31 जुलाई तक बहुत भारी बारिश की संभावना है। कुछ स्थानों पर, खासकर पश्चिमी मध्य प्रदेश में, बहुत भारी बारिश की संभावना है। बाढ़ और वज्रपात का भी खतरा है।

हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, कुल्लू और शिमला जैसे जिलों में 31 जुलाई तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। भूस्खलन और अचानक बाढ़ की आशंका के चलते लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। 31 जुलाई के बाद मानसून कमजोर पड़ सकता है।

उत्तराखंड: उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र (नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर) में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि गढ़वाल क्षेत्र (टिहरी, पौड़ी, देहरादून) में येलो अलर्ट जारी किया गया है।

बिहार: पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीवान, सारण, बेगुसराय, मधेपुरा, पटना और बिहार के अन्य जिलों में भारी बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की गई है.

दिल्ली-एनसीआर: दिल्ली और एनसीआर में 4 अगस्त तक मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। जलभराव और ट्रैफिक जाम हो सकता है।

मानसून की स्थिति

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नए निम्न दबाव के क्षेत्र के सक्रिय होने से मानसून की गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। यह स्थिति 31 जुलाई तक जारी रहने की संभावना है, जिसके बाद कुछ इलाकों में बारिश की तीव्रता कम हो सकती है। लोगों से अपील है कि वे मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी पर नज़र रखें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देशों का पालन करें।