
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार की राजनीति से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है! एक तरफ जहाँ लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आ रहे हैं और सियासी गर्मी बढ़ रही है, वहीं पटना से बीजेपी के एक नेता ने ऐसा प्रस्ताव दिया है, जिसने पूरे राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। ये नेता हैं अरविंद शर्मा, जिनकी पहचान गृह मंत्री अमित शाह के बेहद करीबी के तौर पर भी है। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाया जाना चाहिए!
क्यों उठी ये अनोखी मांग?
अरविन्द शर्मा का तर्क है कि अगर बीजेपी नेतृत्व इस बात पर गौर करे तो यह 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 'मास्टरस्ट्रोक' साबित हो सकता है। उनके मुताबिक, नीतीश कुमार की छवि बिलकुल साफ-सुथरी है और उनका राजनीतिक अनुभव शानदार रहा है। उन्होंने 25 साल से भी ज्यादा समय से लगातार सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में सक्रिय राजनीति में अपना योगदान दिया है।
शर्मा ने कहा, "यह देश के राजनीतिक भविष्य को बदलने वाला प्रस्ताव है। इस कदम से बीजेपी आसानी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बना सकती है और राहुल गांधी के I.N.D.I.A गठबंधन के सपनों को पूरी तरह तोड़ सकती है।" उनका मानना है कि बीजेपी के पास उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार हैं, लेकिन अगर नीतीश कुमार को मौका मिलता है तो यह बीजेपी के लिए 'गेम चेंजर' साबित होगा।
नीतीश कुमार की खूबियाँ और सियासी दांव:
शर्मा के मुताबिक, नीतीश कुमार बिहार के लिए हमेशा समर्पित रहे हैं। उनके विकास कार्य, कानून व्यवस्था को सुधारने की कोशिशें और विशेष रूप से बिहार में सामाजिक न्याय के प्रयासों की देशभर में तारीफ होती है। उन्होंने पिछड़ा-दलित समुदाय और महिलाओं के उत्थान के लिए लगातार काम किया है, जिससे उनका जनाधार काफी मजबूत है।
बीजेपी नेता का कहना है कि अगर नीतीश कुमार को उपराष्ट्रपति बनाया जाता है तो इससे दो बड़े फायदे होंगे:
अब देखना होगा कि बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह इस प्रस्ताव पर क्या विचार करते हैं। यह सियासी दांव, अगर चला जाता है, तो यकीनन बिहार और राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है।