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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर करारा हमला बोलते हुए 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है । उन्होंने दावा किया है कि आगामी चुनावों में भाजपा दोहरे अंक तक सिमट जाएगी।

उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज होने के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने दावा किया है कि 2027 में भाजपा को प्रदेश की सत्ता से हटाने का समय आ गया है। अखिलेश यादव ने कहा, ''भाजपा सरकार न तो युवाओं को रोजगार दे पाई है और न ही किसानों-मजदूरों को राहत दे पाई है।'' उन्होंने कहा कि लोगों ने अब फैसला कर लिया है कि वे 2027 में बदलाव लाएंगे और पीडीए (पिछड़ा , दलित , अल्पसंख्यक) सरकार बनाएंगे।

शिक्षक भर्ती घोटाले और बेरोजगारी पर प्रहार

अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर 1,93,000 शिक्षक पदों पर भर्ती करने का सिर्फ झूठा वादा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नौकरियों के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। सपा अध्यक्ष ने दावा किया कि जितनी भर्तियों की बात हुई है, उतने ही युवाओं की उम्मीदें भी टूटी हैं।

उन्होंने एक गणना प्रस्तुत करते हुए कहा कि यदि प्रत्येक पद के लिए औसतन 75 उम्मीदवार होंगे तो लगभग 1.25 करोड़ लोग प्रभावित होंगे। यदि इसमें उनके परिवार के सदस्यों को भी शामिल कर लिया जाए तो यह संख्या 4 करोड़ से अधिक हो जाती है। अखिलेश यादव ने दावा किया कि ये मतदाता 2027 में भाजपा की हार का मुख्य कारण बनेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस भर्ती और अन्य भर्तियों में लगातार अनियमितताओं के कारण भाजपा को पहले भी नुकसान हुआ है और अब यह एक राजनीतिक वास्तविकता बन गई है।

भ्रष्टाचार , महंगाई और अन्याय पर जनता का गुस्सा

अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में महंगाई, भ्रष्टाचार और सामाजिक अन्याय चरम पर है। उन्होंने कहा कि मजदूर, किसान, छात्र, उद्योगपति, महिलाएं, कर्मचारी, शिक्षक, आशा बहनें, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, डिलीवरी बॉय और छोटे दुकानदार सभी परेशान हैं। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान सिर्फ अमीरों को फायदा पहुंचाने और ठेकों में कमीशन लेने पर है।

उन्होंने भाजपा सरकार पर समाजवादी सरकार की योजनाओं का केवल उद्घाटन करने और खुद कोई नया काम न करने का आरोप भी लगाया। अखिलेश यादव ने कहा, "अब भाजपा प्रत्याशी जनता के बीच जाने से डर रहे हैं, क्योंकि उनके पास कहने को कुछ नहीं बचा है।"

पीडीए: भविष्य की राजनीति

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा की "सांप्रदायिक, भ्रष्ट और विभाजनकारी राजनीति" अब कमजोर हो गई है। इसके बजाय, समाजवादी पार्टी पीडीए (पिछड़ा , दलित , अल्पसंख्यक) पर आधारित सामाजिक न्याय की राजनीति कर रही है । उन्होंने कहा कि राज्य के 90 प्रतिशत प्रभावित लोग अब जाग चुके हैं और 2027 में पीडीए सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।

2024 के लोकसभा चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने पीडीए गठबंधन को अपनी चुनावी रणनीति का केंद्रबिंदु बनाया है। इस नीति के तहत पार्टी का लक्ष्य सामाजिक न्याय आधारित वोट समूह के साथ भाजपा की बहुसंख्यक वोट बैंक रणनीति का मुकाबला करना है। बेरोजगारी, महंगाई, खराब शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा लंबे समय से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक मुद्दे रहे हैं। विभिन्न भर्ती घोटालों और पेपर लीक की घटनाओं से भाजपा सरकार के खिलाफ जनता में गुस्सा भड़क गया है।