Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुंगेर विधानसभा सीट (Munger Vidhan Sabha Seat 2025) की राजनीति में बुधवार को अप्रत्याशित मोड़ आ गया। जन सुराज पार्टी के प्रत्याशी संजय सिंह (Jan Suraaj Candidate Sanjay Singh) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामते हुए एनडीए गठबंधन को समर्थन देने की घोषणा कर दी। यह ऐलान शहर के एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान किया गया, जिससे जिले की चुनावी हवा पूरी तरह बदल गई है।
भाजपा में शामिल होकर बदले समीकरण
जानकारी के मुताबिक, संजय सिंह पिछले कई दिनों से भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में थे, लेकिन उनके इस फैसले की भनक तक किसी को नहीं लगी। पार्टी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विकास की राजनीति से जुड़ना चाहते हैं।
उनके इस कदम से मुंगेर की सियासी तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। अब मुकाबला महागठबंधन और एनडीए के बीच सीधे टकराव का हो गया है।
संजय सिंह के आने से एनडीए को बढ़त की उम्मीद
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, संजय सिंह का स्थानीय स्तर पर मजबूत जनाधार और तीन बार जिला परिषद सदस्य चुने जाने का अनुभव एनडीए के लिए बड़ा फायदा साबित हो सकता है।
संजय सिंह को जनता के बीच ईमानदार और जमीनी नेता के रूप में जाना जाता है। उनके बीजेपी में आने से एनडीए का जनाधार और मजबूत होने की संभावना जताई जा रही है।
वहीं, महागठबंधन खेमे में बेचैनी बढ़ गई है। कई स्थानीय नेताओं का मानना है कि यह कदम चुनाव परिणामों पर सीधा असर डाल सकता है।
स्थानीय मतदाताओं में बढ़ी चर्चा
मुंगेर के मतदाताओं के बीच यह फेरबदल चर्चा का सबसे बड़ा विषय बन गया है। लोग इसे “गेमचेंजर फैसला” बता रहे हैं।
विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले हुए इस घटनाक्रम ने महागठबंधन की रणनीति को झटका दे दिया है। अब देखना होगा कि बीजेपी इस नए राजनीतिक समीकरण का कितना फायदा उठा पाती है।




