Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद ज्यादातर एग्जिट पोल एनडीए (भाजपा+जेडीयू) को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगा रहे हैं, लेकिन राजस्थान के मशहूर फलौदी सट्टा बाजार के आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है। सट्टा बाजार के रेट के अनुसार, बिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। फलौदी के अनुसार, एनडीए 105 से 135 सीटें और महागठबंधन 97 से 127 सीटें जीत सकता है। सबसे बड़ा खुलासा यह है कि तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) कम से कम 75 सीटें जीतकर राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। सट्टा बाजार का अनुमान है कि अगर एनडीए जीत भी जाती है तो भी नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना 60% ही है, जबकि अगर महागठबंधन जीतता है तो तेजस्वी यादव के सीएम बनने की संभावना 97% से ज्यादा है।
सट्टा बाजार पूर्वानुमान: एग्जिट पोल से अलग रुझान
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान समाप्त हो चुका है और अब लोगों की निगाहें 14 नवंबर को आने वाले अंतिम नतीजों पर टिकी हैं। एक तरफ़ ज़्यादातर एग्ज़िट पोल एनडीए के पक्ष में हैं, वहीं दूसरी तरफ़ अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए दुनिया भर में मशहूर राजस्थान के फलौदी सट्टा बाज़ार के आंकड़े बिल्कुल अलग कहानी बयां कर रहे हैं। सट्टा बाज़ार के अनुसार, बिहार में इस बार नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच कांटे की टक्कर होगी और दोनों के लिए सरकार बनाने की संभावना के दरवाजे अभी भी खुले हैं।
सीट संख्या: राजद सबसे बड़ी पार्टी
फलोदी सट्टा बाजार के अनुसार, सीटों की संख्या एग्ज़िट पोल के अनुमानों के काफ़ी क़रीब है। सट्टा बाजार की दरें निम्नलिखित अनुमान देती हैं:
एनडीए (बीजेपी+जेडीयू): 105 से 135 सीटें
महागठबंधन (राजद+कांग्रेस): 97 से 127 सीटें
अन्य पार्टियाँ: 3 से 8 सीटें
सट्टा बाजार के अनुसार, बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभर सकती है और कम से कम 75 सीटें जीत सकती है। भाजपा दूसरे स्थान पर बनी रह सकती है, जबकि नीतीश कुमार की जदयू लगभग 55 से 60 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर खिसक सकती है। सट्टा बाजार का मानना है कि कांग्रेस महागठबंधन में कमज़ोर कड़ी साबित होगी और उसे दो दर्जन सीटें भी मिलती नहीं दिख रही हैं। इसके अलावा, प्रशांत किशोर की जन सूरज पार्टी का खाता खोलना भी किसी उपलब्धि से कम नहीं होगा।
मुख्यमंत्री पद की दौड़: नीतीश बनाम तेजस्वी
सट्टा बाजार की दरों ने भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ पर आश्चर्यजनक विश्लेषण दिया है:
यदि एनडीए जीतता है: यदि एनडीए बहुमत हासिल करता है, तो भी नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना केवल 60% है, जो दर्शाता है कि भाजपा के मुख्यमंत्री बनने की संभावना (अनुमानित 20 से 25%) से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
अगर महागठबंधन जीतता है: अगर महागठबंधन बहुमत हासिल करता है तो तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री बनने की संभावना 97% से अधिक है, जो लगभग निश्चितता की ओर इशारा करता है।
फलोदी बाजार की सटीकता और कानूनी स्थिति
देखना यह है कि बिहार चुनाव के नतीजों के एग्जिट पोल की भविष्यवाणियाँ सही साबित होती हैं या फलौदी सट्टा बाज़ार इतिहास रचेगा। राजस्थान का यह शहर अपने सट्टा बाज़ार के लिए दुनिया भर में मशहूर है और पहले भी चुनाव और खेल नतीजों की सटीक भविष्यवाणियों के लिए जाना जाता रहा है। हालाँकि भारत में चुनावों पर सट्टा लगाना पूरी तरह से गैरकानूनी है, फिर भी फलौदी में यह चोरी-छिपे किया जाता है और चुनाव नतीजों की भविष्यवाणियाँ सट्टा बाज़ार में लगने वाले भावों पर आधारित होती हैं।




