
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इस साल का दूसरा चंद्रग्रहण 7 सितंबर को होने जा रहा है और इस बार चांद लाल व नारंगी रंग में रंगा नज़र आएगा। भारत में भी इसे साफ़ तौर पर देखा जा सकेगा।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज) के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डॉ. शशिभूषण पांडेय के अनुसार, ग्रहण भारतीय समयानुसार रात 8:58 बजे उपछाया से शुरू होगा। इसके बाद 9:58 बजे चांद पर आंशिक छाया पड़नी शुरू होगी और रात 11 बजे पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा।
ग्रहण के दौरान चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की छाया में आ जाएगा और लाल रंग का दिखाई देगा। इसी वजह से इसे ब्लड मून कहा जाता है। दरअसल, इस समय सूर्य की किरणें पृथ्वी के वायुमंडल से गुजरते हुए नीली रोशनी को छांट देती हैं और लाल रोशनी चांद तक पहुँचती है। यही कारण है कि चांद लाल या नारंगी रंग का दिखाई देता है।
यह दृश्य रात 1:25 बजे तक रहेगा। इसके बाद चांद उपछाया में जाएगा और यह प्रक्रिया रात 2:25 बजे तक जारी रहेगी। उसके बाद चंद्रमा पूरी तरह छाया से मुक्त हो जाएगा।
यह चंद्रग्रहण भारत के अलावा चीन, रूस, अरब देशों, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी अफ्रीका और यूरोप के कई हिस्सों से भी देखा जा सकेगा। पिछली बार ब्लड मून का नज़ारा 2022 में देखने को मिला था।