
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : जनपद में ऐसे बुजुर्गों की पहचान की जा रही है, जो फ्री सरकारी राशन का लाभ ले रहे हैं और जिनकी उम्र सौ साल या उससे अधिक है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि राशन सही तरीके से वितरित हो और सभी जानकारी अपडेट हो।
भारत सरकार ने फ्री राशन प्राप्त करने वाले कुल 77,676 राशन कार्डों को संदिग्ध मानते हुए उनका सत्यापन कराने के निर्देश दिए हैं। इनमें से जनपद में 485 राशन कार्ड धारक ऐसे हैं, जिनकी उम्र सौ वर्ष से ऊपर बताई गई है और उनके नाम से फ्री राशन वितरण किया जा रहा है।
विभाग ने इन कार्डों को संदिग्ध मानते हुए स्थलीय सत्यापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला पूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार के नेतृत्व में सभी राशन कार्ड धारकों का सत्यापन किया जा रहा है। इसके लिए सभी पूर्ति निरीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे सौ साल से अधिक उम्र वाले कार्ड धारकों की पहचान करें और उनकी वास्तविक स्थिति का पता लगाएं।
साथ ही, ऐसे 16 कार्डधारक भी खोजे जा रहे हैं, जिनकी उम्र 18 साल से अधिक है लेकिन उनके नाम से केवल एक राशन कार्ड जारी है। सत्यापन के लिए आधार कार्ड की जानकारी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
जिला पूर्ति अधिकारी दिलीप कुमार के अनुसार, कुछ मामलों में जन्मतिथि में अंतर होने के कारण ऐसे लोग सूची में शामिल हो गए हैं। ऐसे सभी कार्डों का सावधानीपूर्वक सत्यापन किया जा रहा है, ताकि राशन वितरण में कोई अनियमितता न रहे और सही निर्णय लिया जा सके।