
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शारदीय नवरात्र और विजयदशमी के पावन अवसर पर, जब चार दिन तक लगातार धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों में व्यस्त रहने के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह जनता की समस्याओं को सुलझाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।
उन्होंने गोरखनाथ मंदिर में जनता दर्शन का आयोजन किया, जहां आम लोगों से मिले, उनकी परेशानियां सुनीं और अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाना है, इसलिए जनता की समस्याओं का समाधान हमेशा प्राथमिकता हो।
शुक्रवार सुबह करीब 200 लोग गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने रखी कुर्सियों पर बैठे लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और व्यक्तिगत रूप से उनकी समस्याएं सुनीं। हर प्रार्थना पत्र को संबंधित अधिकारियों को भेजते हुए उन्होंने त्वरित और संतोषजनक समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
सीएम योगी ने अधिकारियों को स्पष्ट कहा कि किसी की जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों या कमजोरों को परेशान करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यदि जमीन या संपत्ति से जुड़ा विवाद पारिवारिक है, तो संबंधित पक्षों को बैठाकर आपसी समझौते से समाधान कराया जाए। राजस्व और पुलिस से जुड़े मामलों में पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता बरती जाए।
उन्होंने कहा कि हर पीड़ित के प्रति संवेदनशील व्यवहार किया जाए और उनकी मदद की जाए। जिन लोग किसी कारण से सरकार की योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, उन्हें इसका लाभ दिया जाए।
जनता दर्शन में इस बार भी कई लोग आर्थिक सहायता के लिए इलाज संबंधी मदद की मांग लेकर आए। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार इलाज में पूर्ण सहायता करेगी। सभी प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों के पास भेजते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि इलाज संबंधी इस्टीमेट की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए।
कुछ महिलाएं अपने बच्चों के साथ आई थीं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया और उन्हें चॉकलेट गिफ्ट के साथ प्यार और आशीर्वाद भी दिया।