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Prabhat Vaibhav,Digital Desk :  पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर को पदोन्नत किया गया है। ऑपरेशन सिंदूर में करारी हार के बावजूद उन्हें फील्ड मार्शल बनाया गया। यह निर्णय पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की अध्यक्षता में संघीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। इस बैठक में प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा हालात की जानकारी दी।

पाकिस्तान सरकार ने एयर चीफ मार्शल जहीर अहमद बाबर सिद्धू का कार्यकाल बढ़ाने का भी फैसला किया है। सैयद असीम मुनीर 2022 से पाकिस्तान में 11वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। नवंबर 2024 में सेना प्रमुख के रूप में उनका कार्यकाल तीन से पांच साल तक बढ़ा दिया गया था। पाकिस्तानी सेना में शीर्ष पद पर नियुक्त होने से पहले असीम मुनीर आईएसआई प्रमुख थे। 

पाकिस्तानी कैबिनेट ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लिया। कैबिनेट ने जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पाकिस्तान में फील्ड मार्शल का पद पाकिस्तानी सशस्त्र बलों में सर्वोच्च पद है। जनरल असीम मुनीर देश के इतिहास में दूसरे फील्ड मार्शल बन गए हैं, इससे पहले अयूब खान 1959-1967 तक इस पद पर थे।

पाकिस्तान लगातार दुष्प्रचार युद्ध चला रहा है। शाहबाज सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि दुनिया को यह संदेश दिया जा सके कि सेना प्रमुख मुनीर ने पाकिस्तान को जीत दिला दी है। इसीलिए उसे पदोन्नत किया गया है। लेकिन सच्चाई इसके विपरीत है। क्योंकि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर द्वार के जरिए पाकिस्तान पर आक्रमण कर दिया और जहां चाहा वहां हमला कर दिया और पाकिस्तान कुछ नहीं कर सका।

ऑपरेशन सिंदूर

भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले का जवाब देते हुए पाकिस्तान के नौ ठिकानों पर मिसाइलों से हमला किया। पाकिस्तान के खिलाफ इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर की पूरी दुनिया ने प्रशंसा की है।  

एनएसए अजीत डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर की प्रारंभिक कमान संभाली। एनएसए अजीत डोभाल ने एक विशेष टीम के साथ इस ऑपरेशन की कमान संभाली। इस ऑपरेशन के लिए एक बहुत मजबूत टीम बनाई गई थी। ऑपरेशन के पहले चरण में पाकिस्तान के अंदर हो रही गतिविधियों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र की गई।