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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के तीर्थ स्थल बद्रीनाथ में नकली मोबाइल फोन बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। ये आरोपी भोले-भाले श्रद्धालुओं को अपनी झूठी मजबूरियों का हवाला देकर घटिया या नकली मोबाइल फोन महंगे दामों में बेचते थे।

बद्रीनाथ पुलिस ने मध्य प्रदेश के छह युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से 14 नकली मोबाइल फोन और फर्जी बिल जब्त किए गए हैं। पकड़े गए आरोपितों में दो सगे भाई भी शामिल हैं।

गिरफ्तारी की शुरुआत तब हुई जब माणा गांव के निवासी शशांक बिष्ट ने पुलिस को शिकायत दी। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति ने खुद को मजबूर बताते हुए उन्हें ₹11,000 में ओप्पो का मोबाइल फोन बेचा। लेकिन जब उन्होंने फोन चलाया, तो पाया कि उसका IMEI नंबर असली फोन से मेल नहीं खाता था। इससे साफ था कि उनके साथ ठगी हुई थी।

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और ISBT क्षेत्र में सक्रिय गिरोह के छह सदस्यों को धर दबोचा। ये सभी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के बोर गांव के निवासी हैं। पुलिस ने इनसे पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे दिल्ली के करोल बाग स्थित गफ्फार मार्केट से बेहद सस्ते दामों में खराब या पुराने मोबाइल खरीदते थे, और फिर उन पर नकली बिल बनाकर ऊंचे दामों में बेचते थे।

ये लोग तीर्थ स्थलों पर आकर लोगों को झांसे में लेते थे—कोई बहाना बनाते थे जैसे पर्स चोरी हो गया, जेब कट गई या साथी खो गया है—और फिर मजबूरी दिखाकर फोन बेचते थे। असल में वे लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे।

पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि बद्रीनाथ में ये गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। आगे इनसे जुड़ी ठगी की अन्य वारदातों की भी जांच की जा रही है। साथ ही, उन्होंने आम लोगों से अपील की है कि किसी अनजान व्यक्ति से सहानुभूति में कोई सामान न खरीदें, और हमेशा सतर्क रहें।